बाजार नियामक सेबी ने जीवन बीमा निगम (LIC) को 10 फीसद सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग मानदंड का पालन करने के लिए 3 साल का अतिरिक्त समय दिया है. फिलहाल LIC में सरकारी हिस्सेदारी 96.50 फीसदी है, जबकि पब्लिक होल्डिंग 3.50 फीसदी है. हालांकि सेबी के मानदंडों के अनुसार, LIC को कैपिटल मार्केट में लिस्ट होने के 2 साल के भीतर 10 फीसद पब्लिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने की थी. हालांकि अब इस काम के लिए LIC को 16 मई, 2027 तक का समय दिया गया है.
16 मई, 2027 तक का समय
LIC ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) ने भारतीय जीवन बीमा निगम को 10 फीसद पब्लिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने के लिए 3 साल का अतिरिक्त समय दिया है. इसका मतलब है कि कंपनी को लिस्टिंग की तारीख से पब्लिक शेयर होल्डिंग हासिल करने के लिए 5 साल का समय दिया गया है. लिहाजा निगम के लिए 10 फीसद सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने की संशोधित समयसीमा 16 मई, 2027 हो गई है.
कब लिस्ट हुई थी LIC?
सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी LIC ने 17 मई, 2022 को शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी. सेबी के मानदंडों के अनुसार, LIC को लिस्ट होने के 2 साल के भीतर 10 फीसद सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग हासिल करनी की थी. सरकार ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) से LIC में 22.13 करोड़ से अधिक शेयर या 3.5 फीसद हिस्सेदारी बेची थी. इससे सरकार को 20,557 करोड़ रुपये मिले थे. IPO इश्यू का प्राइस बैंड 902-949 रुपये प्रति शेयर था. इस खबर के बाद बीएसई पर दोपहर के कारोबार में LIC के शेयर 3.96 फीसद उछलकर 967.90 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए थे.