भारत की सबसे बड़ी घरेलू उपकरण निर्माता एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का वित्त वर्ष 2023 में ₹20,000 करोड़ का राजस्व हो गया है. कंपनी की कुल आय 2022-23 में साल-दर-साल 17 फीसद बढ़कर 20,112 करोड़ रुपए हो गई है. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का टैक्स के बाद मुनाफा भी साल-दर-साल 14 फीसद बढ़कर 1,345 करोड़ रुपए हो गया है. कंपनी की रजिस्ट्रार के साथ रेगुलेटरी फाइलिंग से यह जानकारी मिली है. हालांकि कंपनी ने फाइलिंग में बिक्री और शुद्ध लाभ में वृद्धि के पीछे कोई कारण नहीं बताया है.
फाइलिंग के अनुसार, एलजी इंडिया की बिक्री में रेफ्रिजरेटर का योगदान 29 फीसद रहा, इसके बाद वॉशिंग मशीन का योगदान 21 फीसद, एयर कंडीशनर का योगदान 20 फीसद और टेलीविजन का योगदान 19 फीसद रहा. वित्त वर्ष 2013 में कंपनी के लिए घरेलू उपकरण खंड ने कुल मिलाकर 14,000 करोड़ रुपए से अधिक की बिक्री दर्ज की है.
इसके विपरीत, प्रतिद्वंद्वी सैमसंग इंडिया की RoC फाइलिंग से पता चलता है कि FY23 में उसके घरेलू उपकरण व्यवसाय की बिक्री 11,844 करोड़ रुपए थी. पिछले वित्त वर्ष में सैमसंग की कुल आय 98,924 करोड़ रुपए थी, जो मुख्य रूप से मोबाइल फोन व्यवसाय से प्रेरित थी, जो कुल कारोबार का 71 फीसद था. पिछले वित्त वर्ष में सैमसंग का शुद्ध लाभ 3,452 करोड़ रुपए था. बिजनेस इंटेलिजेंस फर्म AltInfo के संस्थापक मोहित यादव ने बिजनेस न्यूजपेपर इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि “अपने पर्याप्त परिचालन के बावजूद, एलजी लगातार और लगातार दो अंकों की स्थिर विकास दर बनाए हुए है.”
उन्होंने कहा कि “हालांकि, भारतीय बाजार की गतिशील प्रकृति को देखते हुए, कंपनी को इस बढ़ते परिदृश्य में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए पर्याप्त सुधार करने की आवश्यकता होगी.”
एलजी जैसी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां भारतीय बाजार में प्रीमियमीकरण की लहर पर सवार हैं. उदाहरण के लिए, एलजी ने डायरेक्ट कूल रेफ्रिजरेटर और सेमी-ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन जैसे एंट्री लेवल सेगमेंट के लिए भी प्रीमियम उत्पादों और बड़ी क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया है. इससे एलजी को ऐसे उत्पादों पर अधिक मार्जिन के कारण लाभ में सुधार करने में भी मदद मिली है.
एलजी के लिए अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. फाइलिंग से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2013 में एलजी इंडिया ने भी ₹992 करोड़ के निर्यात की सूचना दी थी.