आर्थिक संकट में फंसे जेपी समूह (JP Group) की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JP Associates Ltd.) ने कर्ज लौटाने में चूक कर दी है. जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) को 3,961 करोड़ रुपए के कर्ज 31 मई को चुकाने थे जो वह नहीं चुका सकी. इसमें 1,600 करोड़ रुपए का मूल्य का कर्ज और 2,361 करोड़ रुपए का ब्याज शामिल है. ये कई कर्ज कई बैंकों से लिया गया था.
शेयर बाजारों को दी गई सूचना में जेएएल ने इस कर्ज चूक के बारे में बताया है. कंपनी ने कहा कंपनी की ब्याज समेत कुल उधारी 29,429 करोड़ रुपए है जिसमें से सिर्फ 3,961 करोड़ रुपए ही 31 मई, 2023 को बकाया था. जेएएल का कहना है कि वह उधारियों का बोझ कम करने के लिए कदम उठाती रही है. कंपनी के मुताबिक सीमेंट व्यवसाय के प्रस्तावित विनिवेश और कर्ज पुनर्गठन योजना लागू होने के बाद उसकी सारी उधारी ख़त्म हो जाएगी.
हाल ही में, JAL और उसके समूह की फर्मों ने अपनी बची हुई सीमेंट इकाइयां डालमिया भारत लिमिटेड को 5,666 करोड़ रुपये बेचकर कर्ज कम करने और इस सीमेंट सेक्टर से बाहर निकलने की घोषणा की है. इससे पहले अपने कर्ज चुकाने के लिए जेएएल ने 2014 और 2017 के बीच आदित्य बिड़ला समूह की फर्म अल्ट्राटेक सीमेंट को प्रति वर्ष 20 मिलियन टन से अधिक सीमेंट उत्पादन क्षमता वाली इकाइयां बेची थीं.
बता दें कि ICICI बैंक ने कंपनी के खिलाफ इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड 2016 की धारा 7 के तहत आरबीआई के निर्देश पर एनसीएलटी इलाहाबाद का दरवाजा खटखटाया था. सितंबर 2018 में आईसीआईसीआई बैंक ने जेएएल के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की थी. इस कदम का कंपनी ने विरोध किया है. वहीं ICICI के बाद एसबीआई ने भी 6,893.15 करोड़ रुपये की कुल चूक का दावा करते हुए एनसीएलटी में अपील कर दी थी.