HDFC Limited और HDFC Bank की मर्जर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब एक और निजी बैंक ने मर्जर की तैयारी शुरू कर दी है. जी हां.IDFC First Bank के बोर्ड ने सोमवार 3 जुलाई को हुई बैठक में IDFC Financial Holding और IDFC Limited के बैंक के साथ मर्जर को मंजूरी दे दी है.ये प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होगी. पहले IDFC Financial Holding का IDFC Limited के साथ विलय होगा और दूसरे चरण में विलय के बाद बनी कंपनी का IDFC First Bank के साथ मर्जर होगा. इस मर्जर के लिए banking regulator RBI, market regulator Sebi के अलावा दोनों कंपनियों के शेयरधारकों CCI, NCLT, स्टॉक एक्सचेंजों के साथ-साथ अन्य नियामक मंजूरियां भी लेनी होंगी. इस मर्जर के तहत IDFC Ltd के शेयरधारकों हर 100 शेयरों के बदले में IDFC First Bank के 155 शेयर मिलेंगे.आपको बता दें कि IDFC Ltd के पास IDFC Financial Holding के जरिए IDFC First Bank की करीब 40% हिस्सेदारी है. जबकि IDFC Ltd का 100% हिस्सा पब्लिक के पास है
2. Go First के सामने एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है. ताजा मामला यह है कि सिंगापुर आर्बिटरेशन कोर्ट से इस महीने के अंत में फैसला आने वाला है. और अगर ये फैसला कंपनी के खिलाफ आता है तो उसके लिए अपने ऑपरेशंस को दोबारा शुरू करना मुश्किल हो जाएगा. दरअसल, कोर्ट अगर कंपनी को राहत नहीं देती है और इंजन सप्लायर कंपनी Pratt & Whitney यानी P&W को खराब इंजन बदलने के लिए कह देती है तो गो फर्स्ट के लिए उड़ान भरना संभव नहीं होगा. और इससे कंपनी की रिवाइवल प्लान की पूरी प्रक्रिया खतरे में पड़ सकती है.आपको बता दें कि Singapore International Arbitration कोर्ट ने P&W को दिसंबर 2023 तक करीब 20 विमान डिस्पैच करने का निर्देश दिया था पर Go First की ओर से पेमेंट न होने और global supply chain shortage के मद्देनजर P&W ने इस फैसले को चुनौती दी थी. साथ ही इस कंपने ने अपनी उड़ानें 10 जुलाई तक रद्द कर दी हैं.ये 13वीं बार हैं जब कंपनी ने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं.