फ्लिपकार्ट अपना बिजनेस रजिस्ट्रेशन सिंगापुर से वापस भारत ट्रांसफर कर सकती है. 33 अरब डॉलर की कीमत वाली कंपनी भारत सरकार को टैक्स के तौर पर बड़ा फायदा करा सकती है. वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट प्राइवेट लिमिटेड सिंगापुर स्थित एक होल्डिंग कंपनी है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इस साल के बजाय 2025-2026 में IPO लाने की योजना बना रही है. इससे पहले कंपनी प्रॉफिट हासिल कर अपनी कंपनी की वैल्यूएशन 60 अरब डॉलर करना चाहती है. कंपनी भारत और अमेरिका सहित अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में लिस्ट होने पर विचार कर सकती है. IPO योजना की वजह से ही कंपनी में भारत में निवास स्थान ट्रांसफर करना चाहती है.
पहले भी कर चुकी है IPO की तैयारी
भारत के बढ़ते ई-कॉमर्स बाजार में अमेजन और रिलायंस के JioMart कंपनी के बड़े प्रतिस्पर्धियों में से हैं. फ्लिपकार्ट ने 2022-2023 में IPO लॉन्च करने पर भी विचार किया था. हालांकि, कुछ फाइनेंशियल कारकों और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं की वजह से इसे टालना पड़ा.
तेजी से बढ़ रही इंडस्ट्री
विश्लेषकों के अनुसार, भारत का ई-टेलिंग सेक्टर पांच गुना ग्रोथ के लिए तैयार है. यह 2022 में 59 अरब डॉलर से बढ़कर 2030 तक अनुमानित 300 अरब डॉलर हो जाएगा. वे इसका श्रेय टियर-2 और उससे आगे के शहरों में ई-कॉमर्स को तेजी से अपनाने को देते हैं. फ्लिपकार्ट पहले से ही इस ट्रेंड पर चल रहा है. फ्लिपकार्ट की “द बिग बिलियन डेज़” 2023 के दौरान रिकॉर्ड 1.4 अरब ग्राहक फ्लिपकार्ट के प्लेटफॉर्म पर पहुंचे थे.
कई कंपनियां रिवर्स फ्लिप पर कर रही विचार
फ्लिपकार्ट उन स्टार्टअप्स की बढ़ती संख्या में शामिल हो सकता है जो अपने रजिस्ट्रेशन कंट्री को वापस भारत ट्रांसफर करने की योजना बना रहे हैं. विदेशों में बसे कई भारतीय स्टार्टअप अपना आधार भारत में ट्रांसफर करने या रिवर्स-फ़्लिप करने पर विचार कर रहे हैं. इनमें फिनटेक, ई-कॉमर्स, स्टॉक ब्रोकिंग, हेल्थ केयर और एडटेक जैसे क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं. फिनटेक स्टार्टअप ग्रो ने औपचारिक तौर पर अपनी मूल फर्म से रिवर्स फ्लिप के माध्यम से अपना डोमिसाइल अमेरिका से भारत वापस ट्रांसफर कर दिया है.
PhonePe ने किया डोमिसाइल ट्रांसफर
वॉलमार्ट समर्थित PhonePe ने अक्टूबर 2022 में अपना डोमिसाइल सिंगापुर से भारत ट्रांसफर कर दिया. इसके हिस्से के रूप में, इसे तीन चरणों से गुजरना पड़ा. सबसे पहले, इसने बीमा और वेल्थ ब्रोकिंग सहित अपने सभी बिजनेस और फोनपे सिंगापुर की सभी सहायक कंपनियों को फोनपे प्राइवेट लिमिटेड इंडिया में ट्रांसफर कर दिया. दूसरा, PhonePe के बोर्ड ने एक नई एंप्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) बनाने और 3,000 से अधिक PhonePe समूह के कर्मचारियों को ट्रांसफर करने को मंजूरी दे दी. वॉलमार्ट के नेतृत्व में PhonePe के निवेशकों को फिनटेक फर्म को भारत में अपना निवास स्थान ट्रांसफर करने की अनुमति देने के लिए लगभग 8,000 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाना पड़ा.
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