फाइनेंशियल सर्विसेज मार्केट में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की एंट्री से फिनटेक कंपनियों को बड़ी चुनौती मिलने की संभावना जताई जा रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी है जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज का इतिहास ऐसा रहा है कि जब-जब उसने किसी नए बिजनेस में कदम रखा है तो उस सेक्टर की कंपनियों के लिए मुसीबतें बढ़ी हैं. हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के टेलिकॉम कारोबार में ग्राहकों को फायदा भी हुआ है ऐसे में फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में ग्राहकों को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की ओर से कुछ सुविधाएं भी मिल सकती है.
फिनटेक कंपनियों को लग रहा है कि जियो के फाइनेंशियल मार्केट में कदम रखने के बाद उनके कारोबार पर असर पड़ सकता है. दरअसल, जब जियो ने टेलिकॉम और रिटेल बिजनेस में कदम रखा था, तो दूसरी कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. ऐसे में फिनटेक कंपनियों को अपने कारोबार को बचाए रखने को लेकर चिंता सता रही है.
लिस्ट हुई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय इकाई जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की शेयर बाजार में आज अलग से लिस्टिंग हो गई है. लिस्टिंग के साथ ही इसको नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के इंडेक्सेस में भी शामिल किया गया है. लिस्टिंग के बाद जियो फाइनेंशियल निफ्टी 50, निफ्टी 100, निफ्टी 200, और निफ्टी 500 का हिस्सा बन गया है. एनएसई रिलायंस के लिए खास प्री ओपन सेशन रखा था.
फिनटेक कंपनियों को बाजार खोने का डर
जानकारों का कहना है कि फिनटेक कंपनियों को यह डर सताने लगा है कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए उनके बाजार को झपट सकती है और ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को अपने साथ जोड़ सकती है. ज्यादातर फिनटेक कंपनियों का फोकस मध्यम आय वर्ग के लोगों पर रहता है, ऐसे में अब उनको जियो की ओर से बड़ी चुनौती मिलने वाली है. एक कंज्यूमर लेंडिंग ऐप के फाउंडर का कहना है कि फिनटेक कंपनियों को अपने मध्यम आय वर्ग वाले कस्टमर्स को बनाए रखने की जरूरत है. हालांकि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की ओर से अभी तक अपने बिजनेस प्लान का खुलासा नहीं किया गया है. फिनटेक कंपनियां फिलहाल इंतजार करो और देखो की रणनीति पर काम कर रही हैं. फिनटेक कंपनियों में निवेश करने वाले अधिकतर निवेशकों का मानना है कि इनोवेशन से फिनटेक कंपनियों को अपने बिजनेक को आगे रखने में मदद मिलेगी. कंपनियों को अपनी आय पर फोकस रखने के साथ ही नए इनोवेटिव प्रोडक्ट को लाने की जरूरत है.