अच्छे प्रदर्शन के चलते बैंकों के वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में नतीजे शानदार रहे हैं. पिछले सप्ताह के अंत में पांच बैंकों ने तिमाही नतीजे जारी किए. इन बैंकों में तीन निजी क्षेत्र के और दो सरकारी क्षेत्र के बैंक शामिल हैं. सबसे पहले निजी बैंकों की बात करें तो इनमे सबसे बड़े बैंक Kotak Mahindra Bank का चौथी तिमाही में मुनाफा 3,496 करोड़ रुपए पर रहा जबकि अनुमान 2,973 करोड़ रुपए के आसपास था. तिमाही के दौरान बैंक का मुनाफा 26.3 फीसदी बढ़ा है. इस दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय यानी NII 35 फीसद बढ़कर 6,102.6 करोड़ रुपए पर रही है. प्रोविजनिंग 148.7 करोड़ रुपए से घटकर 147.6 करोड़ रुपए पर रही और एसेट क्वालिटी में भी सुधार हुआ है. कुल फंसे कर्ज ( ग्रॉस NPA) का अनुपात तिमाही दर तिमाही आधार पर 1.90 फीसद से घटकर 1.78 फीसद पर रहा.
IDFC First Bank के नतीजे
इसके अलावा IDFC First Bank ने चौथी तिमाही में रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया है. इस दौरान बैंक की प्रोविजनिंग 450.2 करोड़ रुपए से 7.2 फीसद बढ़कर 482.4 करोड़ रुपए पर रहने के बावजूद मुनाफा 343 करोड़ रुपए से 2.3 गुना बढ़कर 802.6 करोड़ रुपए पर रहा है. बैंक के ग्रॉस NPA 2.96 फीसद से घटकर 2.51 फीसद पर रहे हैं.
कितना रहा RBL Bank का मुनाफा
चौथी तिमाही में RBL Bank का मुनाफा 198 करोड़ रुपए से 37.1 फीसद बढ़कर 271.1 करोड़ रुपए पर रहा. बैंक की शुद्ध ब्याज आय साल दर साल आधार पर 1,131.3 करोड़ रुपए से 7.1 फीसद बढ़कर 1,211.2 करोड़ रुपए पर रही. प्रोविजनिंग 400.7 करोड़ रुपए से 41.5 फीसद घटकर 234.7 करोड़ रुपए रही. तिमाही आधार पर बैंक के कुल फंसे कर्ज का अनुपात 1.18 फीसद से घटकर 1.10 फीसद पर रहा.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का कैसा रहा हाल?
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की बात करें तो सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा 310 करोड़ रुपए से 84 फीसद बढ़कर 571 करोड़ रुपए पर रहा. वहीं शुद्ध ब्याज आय 2,416.1 करोड़ रुपए से 45.4 फीसद बढ़कर 3,512.7 करोड़ रुपए पर रही. बैंक के ग्रॉस एनपीए 8.85 फीसद से घटकर 8.44 फीसद पर रहे.
उधर IDBI Bank के नतीजों पर गौर करें तो बैंक का मुनाफा 691 करोड़ रुपए से 64.1 फीसदी बढ़कर 1133.4 करोड़ रुपए पर रहा. बैंक की प्रोविजनिंग 669.2 करोड़ रुपए से 47.4 फीसद बढ़कर 986.3 करोड़ रुपए पर रही है. वहीं शुद्ध ब्याज आय 2,420.5 करोड़ रुपए से 35.3 फीसद बढ़कर 3,279.6 करोड़ रुपए पर पहुंच गई. बैंक के ग्रॉस NPA 13.82 फीसद से घटकर 6.38 फीसद पर रहे हैं. इस तरह इन बैंकों के वित्तीय नतीजे कारोबार में सुधार की पुष्टि कर रहे हैं.