कैश की कमी से जूझ रहे स्टार्टअप डंजो ने इस हफ्ते भी अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया. कंपनी ने इस सप्ताह के अंत तक भुगतान करने का वादा करने के बाद कर्मचारियों के अगस्त के वेतन का भुगतान करने में देरी कर दी. इसके बाद, कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी कबीर बिस्वास ने शुक्रवार को कर्मचारियों के साथ वीडियो कॉल पर कहा कि अगस्त के लंबित वेतन का भुगतान अगले मंगलवार या बुधवार को किया जाएगा. गौरतलब है कि कंपनी इस समय कैश की कमी से जूझ रही है.
वेतन भुगतान में लगातार देरी
रिलायंस रिटेल समर्थित कंपनी डंजो ने अगस्त के लिए सभी कर्मचारियों का वेतन 4 सितंबर तक चुकाने का वादा किया था. इसके पहले भी कंपनी ने देर से वेतन का भुगतान किया था. इस बार भी यह यह अपनी पिछली समय सीमा से चूक गई थी. कंपनी ने कर्मचारियों के भुगतान के लिए भुगतान के लिए भविष्य की तारीख बताए बिना कहा था कि जून और जुलाई के लंबित वेतन में और देरी हो गई है. इसके बाद 31 अगस्त को, डंज़ो ने अपने कर्मचारियों को सूचित किया कि जून और जुलाई के महीनों से लंबित वेतन, जिसका भुगतान 4 सितंबर को किया जाना था, में और देरी होगी. इतना ही नहीं, कंपनी ने इस भुगतान को लेकर कोई निश्चित तारीख भी नहीं बताया. बेंगलुरु स्थित फर्म ने पहले जून के लिए प्रबंधकों का वेतन 75,000 रुपए तय किया था, जिसका भुगतान जुलाई में किया जाना था.
400 कर्मचारियों को नौकरी से किया बाहर
गौरतलब है कि डंज़ो ने करीब 400 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. कंपनी ने इससे पहले जनवरी 2022 में रिलायंस रिटेल के नेतृत्व में इक्विटी फंडिंग में 240 मिलियन डॉलर जुटाए थे. कंपनी में रिलायंस रिटेल की हिस्सेदारी 25.8 फीसद है, जबकि गूगल की करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी है. कुल मिलाकर, कंपनी ने 19 दौर की फंडिंग में 457.6 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. दरअसल, डंज़ो अपने बिजनेस मॉडल को भी पुनर्गठित कर रहा है और अपने 50 प्रतिशत डार्क स्टोर बंद करने पर विचार कर रहा है. कंपनी सुपरमार्केट और अन्य व्यापारियों के साथ डिलीवरी साझेदारी तलाशेगी. इससे पहले, कंपनी ने दिसंबर 2022 के अंत में दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद में अपने 20-30 प्रतिशत डार्क स्टोर भी बंद कर दिए.