एडटेक कंपनी बायजूज (Byju’s) के प्रमोटर्स ने 2015 के बाद से 40 सेकेंडरी ट्रांजैक्शन के जरिए 408.53 मिलियन डॉलर के शेयर बेचे हैं. 2016 के बाद से इस कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी में धीरे-धीरे ही सही पर लगातार कमी हो रही है. वर्ष 2015-16 के बाद से कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 71.6 फीसद से घटकर 21.2 फीसद पर आ गई है. आंकड़ों के मुताबिक बायजू रवींद्रन ने 2015 से व्यक्तिगत रूप से 3.28 मिलियन डॉलर मूल्य के 29,306 शेयर की बिक्री की है, जबकि उनकी पत्नी और को फाउंडर दिव्या गोकुलनाथ ने 29.40 मिलियन डॉलर मूल्य के 64,565 शेयर की बिक्री की है. वहीं बायजू रवींद्रन के भाई रिजु रवींद्रन ने 375.83 मिलियन डॉलर मूल्य के 3,37,911 शेयर बेचे हैं.
बायजू रवींद्रन के पास 15.9% हिस्सा
बीते कुछ वर्षों में जनरल अटलांटिक, ब्लैकरॉक और लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स जैसी कंपनियों समेत कई निवेशकों ने कंपनी के सेकेंडरी ट्रांजैक्शन में हिस्सा लिया है. मौजूदा समय में कंपनी के संस्थापक और सीईओ बायजू रवींद्रन के पास कंपनी की 15.90 फीसद हिस्सेदारी है. वहीं दिव्या गोकुलनाथ और रिजु रवींद्रन के पास क्रमशः 3.30 फीसद और 2 फीसद हिस्सेदारी है. हालांकि बायजू रवींद्रन का दावा है कि सेकेंडरी ट्रांजैक्शन के जरिए हासिल की गई पूंजी को कंपनी में दोबारा निवेश किया गया है.
Byju’s से अलग हो सकते हैं किंग खान
दूसरी ओर ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के साथ Byju’s अपने एंडोर्समेंट कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू नहीं करेगी. Byju’s के साथ शाहरुख खान का एंडोर्समेंट कॉन्ट्रैक्ट सितंबर में खत्म होने जा रहा है. 2017 में कंपनी ने करीब 4 करोड़ रुपए के सालाना पेमेंट पर शाहरुख खान को अपने ब्रांड एंबेसडर के रूप में साइन किया था. हालांकि Byju’s के साथ -साथ शाहरुख खान को भी कई बार टीचिंग स्टैंडर्ड और झूठे एड्स के लिए सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है और इस वजह से किंग खान की टीम भी Byju’s के साथ अपने करार को आगे नहीं ले जाने के पक्ष में है.