ऑनलाइन एजुकेशन क्लासेज उपलब्ध कराने वाली और भारी कर्ज संकट में फंसी ऐडटेक कंपनी BYJU’s ने लंबे इंतजार के बाद शनिवार को वित्तवर्ष 2021-22 के लिए नतीजे घोषित कर दिए हैं. कंपनी की तरफ से कहा गया है कि FY-22 में उसका घाटा कम होकर 2253 करोड़ रुपए रहा है, जो FY-21 में 2406 करोड़ रुपए था. देश में FY-21 और FY-22 के दौरान कोरोना का कहर सबसे ज्यादा था और इन दो वर्षों के दौरान ही ऑनलाइन एजुकेशन का ट्रेंड भी बढ़ा था. लेकिन इसके बावजूद इन दोनों वर्षों के दौरान BYJU’s को भारी घाटा हुआ है.
कंपनी ने कोचिंग क्लासेज चलाने वाले संस्थान आकाश इंस्टिट्यूट का भी अधिग्रहण किया है, इसके अलावा कुछ और भी अधिग्रहण हैं और शनिवार को जारी नतीजों में आकाश और अन्य कंपनियों के नतीजे शामिल नहीं हैं. कंपनी की तरफ से बताया गया कि FY-23 में उसका रेवेन्यु करीब 2.3 गुना बढ़कर 3569 करोड़ रुपए हो गया है जो FY-21 में 1552 करोड़ रुपए था. कंपनी ने पहले FY-22 के लिए रेवेन्यु का जो अनुमान लगाया था, असल में रेवेन्यु उससे कहीं कम आया है.
कंपनी ने FY-22 के वित्तीय नतीजे करीब डेढ़ साल की देरी से जारी किए हैं, इससे पहले भी कंपनी अपने वित्तीय नतीजों को देरी से जारी करती रही है. FY-21 के लिए कंपनी ने वित्तीय नतीजे सितंबर 2022 में जारी किए थे. कंपनी के FY-19 के नतीजे बताते हैं कि उस साल उसका ऑपरेटिंग रेवेन्यु 1306 करोड़ रुपए था और घाटा 8.9 करोड़ रुपए दर्ज किया गया था.
बायजू के संस्थापक और समूह सीईओ बायजू रवींद्रन ने कहा, ‘मुख्य व्यवसाय ने अच्छी वृद्धि का प्रदर्शन किया है, जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था भारत में शिक्षा प्रौद्योगिकी की क्षमता को रेखांकित करता है। मैं महामारी के बाद की दुनिया में सीखे गए सबक से भी प्रभावित हूं.’ उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में बायजू टिकाऊ और लाभदायक वृद्धि के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा। कंपनी के वित्तीय आंकड़ों में उसके द्वारा किए गए सभी अधिग्रहणों का वित्तीय प्रदर्शन शामिल नहीं है.