देश के सबसे वैल्यूएबल एडटेक स्टार्टअप बायजूस (Byju’s) ने छंटनी के एक और राउंड की शुरुआत कर दी है. कंपनी ने अपने सभी विभागों में से करीब एक हजार कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. कंपनी ने रीस्ट्रक्चरिंग प्रक्रिया का हवाला देते हुए यह छंटनी की है. कंपनी को अपने इस कदम से वित्तीय स्थिति को सुधारने और मुनाफे में आने की उम्मीद है. छंटनी के मौजूदा राउंड के बाद कंपनी से निकाले गए कर्मचरियों की संख्या बढ़कर लगभग 3,500 हो गई है. हालांकि नए कर्मचारियों के आने से कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 50,000 के आसपास है.
अमेरिका में लड़ रही कानूनी लड़ाई
कंपनी की ओर से की गई यह छंटनी ऐसे समय में हुई है, जब कंपनी 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन के मामले में कर्ज देने वालों संस्थानों के खिलाफ अमेरिका में कानूनी लड़ाई लड़ रही है. बता दें कि कंपनी ने पहले ही कह दिया था कि अक्टूबर 2022 से लेकर अगले 6 महीनों में करीब 2,500 कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल में की गई छंटनी कंपनी की लागत को कम करने की प्रक्रिया का ही हिस्सा है. कंपनी ने 2 फरवरी को 1,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी. इस छंटनी में 1 करोड़ रुपए और उससे अधिक सैलरी पाने वाले कई वरिष्ठ कर्मचारी प्रभावित हुए थे.
अप्रैल 2022 से अब तक दुनियाभर की कंपनियों के द्वारा की जा रही छंटनी लगातार जारी है. दूसरी ओर एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी बायजूज को कर्ज देने वाले बैंकों ने कहा है कि वे कंपनी के साथ कर्ज से जुड़े मामलों पर बातचीत के लिए तैयार हैं. हालांकि बैंकों की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि हर बैंक कंपनी से अलग-अलग बात नहीं करेगा. बल्कि सभी बैंक एक साथ अपनी बात को रखेंगे. बायजूस ने बैंकों से जो कर्ज लिया हुआ है. मई के दौरान उस कर्ज की किश्त चुकाने में कंपनी असफल रही है. कर्ज की किश्त चुकाने में हुई चूक के बाद बायजूज ने बैंकों के खिलाफ कोर्ट में केस भी किया हुआ है. वहीं अब बैंकों की ओर से कहा गया है कि वे कंपनी के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं.