दिवाली अब कुछ ही दिन दूर है. ऐसे में आप भी शॉपिंग की तैयारी कर रहे होंगे. कोई बड़ी शॉपिंग करनी हो, तो फिर लोन का भी सहारा लेंगे. लोन लेने वाले आप अकेले व्यक्ति नहीं होंगे. भारत में लोन पर सामान खरीदने वाले लोगों की तादाद बड़ी है और लगातार बढ़ रही है. फेस्टिव सीजन में लोन का बाजार भी चमक उठता है. लोन में भी डिजिटल लोन तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं. इसे आप इस आंकड़े से समझ सकते हैं कि बीते एक दशक में डिजिटल लेंडिंग में सालाना 39.5 फीसद की वृद्धि दर देखी गई है.
IIFL Fintech की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में भारत का डिजिटल लेंडिंग बाजार 38.2 अरब डॉलर का था, 2030 तक ये बढ़कर 515 अरब डॉलर का हो सकता है. फिनटेक कंपनियां, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों यानी NBFCs या बैंकों के साथ भागीदारी कर लोन देती हैं. वे लोन एप्लिकेशन और लोन देने की प्रक्रिया को तेज और आसान करने के लिए टेक्नोलॉजी का फायदा उठाती हैं. कई बार लोन कुछ ही घंटों में मिल जाते हैं. डिजिटल लोन में भी BNPL लोन यानी अभी खरीदे, ‘पेमेंट बाद में करें’ (Buy Now Pay Later) काफी पॉपुलर हैं. जैसे कि नाम से पता चलता है BNPL से ग्राहकों को खरीदारी के बाद पेमेंट डेफर करने में यानी बाद में करने की सुविधा मिलती है. ग्राहक या तो लम्पसम पेमेंट कर सकता है या नो-कॉस्ट ईएमआई सहित किसी भी फ्लेक्सिबल रिपेमेंट ऑप्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं. जहां नो-कॉस्ट ईएमआई स्कीम के लिए ग्राहकों के पास डेबिट या क्रेडिट कार्ड होना जरूरी होता है, BNPL का इस्तेमाल वे ग्राहक भी कर सकते हैं, जिनके पास कोई कार्ड नहीं है.
बैंकिंग एक्सपर्ट्स बताते हैं कि BNPL उन ग्राहकों के लिए सही ऑप्शन है जिन्होंने पहले कभी लोन नहीं लिया है.. वे लोग जिनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है..
लेकिन BNPL लोन लेने से पहले सोच विचार करना जरूरी है.. BNPL के साथ बेवजह के खर्चों का रिस्क बढ़ जाता है. अगर समझदारी से इस्तेमाल नहीं किया तो इससे ग्राहक पर कर्ज का बोझ बढ़ सकता है. रिपेमेंट मेंं देरी की तो लेट-पेमेंट चार्ज लग सकता है. समय पर पेमेंट ना करने से क्रेडिट स्कोर भी खराब होगा. साथ ही BNPL का इस्तेमाल करने से पहले उससे जुड़े इंटरेस्ट या फीस के बारे में जान लें, क्योंकि हर प्लेटफॉर्म पूरी तरह इंटरेस्ट फ्री वाली सुविधा आपको नहीं देता. साथ ही प्रोसेसिंग, प्रीपेमेंट या पार्ट-पेमेंट फीस भी लगाते हैं. इसके अलावा पेमेंट में चूकने पर रिकवरी एजेंट मानसिक शोषण अलग करते हैं.
इसलिए वैसे BNPL प्रोवाइडर के साथ जाएं जिसकी साख अच्छी हो और शर्तें साफ हों जो आपको अच्छे से समझ में आ जाएं.
आखिर में हम यही कहेंगे कि सुविधा और आसानी की वजह से डिजिटल लेंडिंग सेवाएं खासकर BNPL जैसे लोन प्रोडक्ट आकर्षक लग सकते हैं लेकिन लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय हालत की समीक्षा करना और लोन के खुद पर आगे पड़ने वाले असर को ध्यान में रखना जरूरी है. इन सबके बाद ही लोन लें.. क्योंकि सोच समझकर प्लान नहीं किया तो फेस्टिव सीजन का लुत्फ बाद में जेब पर काफी भारी पड़ सकता है.
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