गौतम अदानी पर मुश्किल के दिनों में भरोसा करने के बाद अब जीक्यूजी पार्टनर्स एक और डूबती हुई कंपनी का बेड़ा पार कर सकती है. खनन सेक्टर की दिग्गज कंपनी वेदांता पिछले कुछ समय से नकदी और कर्ज के संकट से जूझ रही है. कर्ज भुगतान के बावजूद कंपनी के ऊपर कई अरब डॉलर का बोझ है. कंपनी अब जीक्यूजी पार्टनर्स के साथ डील कर सकती है. इस ब्लॉक डील से कंपनी को 1 बिलियन डॉलर मिलने की उम्मीद है.
अदानी को उबरने में की थी मदद
गौरतलब है कि जीक्यूजी पार्टनर्स एक इन्वेस्टमेंट फर्म है, जिसने बुरे समय में गौतम अदानी की कंपनी का साथ दिया था. दरअसल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद जब हर कोई अदानी के शेयरों को बेच रहा था, तब जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी समूह के शेयरों में करीब 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया था. इसके बाद कंपनी चर्चा में आ गई थी. जीक्यूजी पार्टनर्स के निवेश से गौतम अदानी की कंपनी पर निवेशकों ने फिर से भरोसा जाताना शुरू कर दिया था.
कैसे होगी फंडिंग?
जीक्यूजी पार्टनर्स से अगर वेदांता की डील पक्की हो जाती है तो वेदांता को कर्ज से निपटने में बड़ी मदद मिलेगी. ईटी नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार, वेदांता और जीक्यूजी पार्टनर्स के बीच 1 बिलियन डॉलर की समझौते को लेकर लगातार बातचीत चल रही है. बताया जा रहा है कि ये सौदा शेयर बाजार पर ब्लॉक डील के जरिए हो सकता है. लेकिन इसे लेकर अब तक कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. दिसंबर अंत तक के आंकड़ों के अनुसार, वेदांता के ऊपर कुल 62,493 करोड़ रुपये (7.5 बिलियन डॉलर) का नेट डेट था.