अमेरिकी रिसर्च एजेंसी हिंडनबर्ग की जननरी में जारी रिपोर्ट के बाद से अदानी ग्रुप (Adani Gourp) चौतरफा संकट में फंसा है. समूह के सामने एक के बाद एक नई मुसीबतें आ रही हैं. अदानी ग्रुप को लेकर शुक्रवार को तीन अलग-अलग खबरें आई हैं. पहली खबर ये है कि MSCI इंडेक्स में मई के रिव्यू के बाद हुए फेरबदल में अदानी समूह की दो कंपनियों अदानी टोटल गैस और अदानी ट्रांसमिशन को इंडेक्स से बाहर कर दिया गया है.
बाजार का अनुमान था कि केवल इन कंपनियों के वेटेज में कमी की जाएगी. MSCI के इस फैसले से अदानी टोटल गैस में 18.6 करोड़ डॉलर और अदानी ट्रांसमिशन के शेयर में 20.1 करोड़ डॉलर की बिकवाली आने की आशंका है. खबर के बाद बंबई शेयर बाजार में अदानी टोटल गैस का शेयर 4.33 फीसद और अदानी ट्रांसमिशन का शेयर 3.49 फीसद की गिरावट के साथ 885 रुपए पर बंद हुआ.
दूसरी खबर ये है कि अदानी ग्रुप की ओर से बाजार से कर्ज नहीं उठाया जाएगा बल्कि कंपनी की हिस्सेदारी बेचकर पूंजी जुटाई जाएगी. इस बारे में 13 मई को कंपनी के बोर्ड की बैठक होने वाली है. बैठक में ये भी तय होगा कि समूह की कौन सी कंपनियों में हिस्सेदारी बेची जाए. शेयर बाजार में कुल 10 कंपनियां सूचीबद्ध हैं. सबसे ज्यादा चर्चा अदानी एंटरप्राइसेस, अदानी ग्रीन और अदानी टोटल में बेचे जानी की है. तीसरी खबर ये है कि सऊदी अरब के बड़े ग्रुप इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी यानी IHC की ओर से कहा गया है कि वह अदानी की ओर से लाए जाने वाले बॉन्ड या शेयर की बिक्री में हिस्सा नहीं लेंगे.
इस बीच हिंडनबर्ग मामले में जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई. सेबी की याचिका पर शीर्ष कोर्ट अब 15 मई को सुनवाई करेगा. माना जा रहा है कि सेबी को जांच के लिए तीन महीने का और समय मिल सकता है.