इस साल वैश्विक खदानों में कॉपर के उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप यानी ICSG के मुताबिक 2023 के पहले 9 महीने में वैश्विक खदानों में कॉपर का उत्पादन करीब 1.1 फीसद बढ़ा है. इस अवधि में कंसन्ट्रेट उत्पादन करीब 1.3 फीसद और सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन इलेक्ट्रोविनिंग (एसएक्स-ईडब्ल्यू) 0.2% बढ़ा है.
रिपोर्ट के मुताबिक 2023 के पहले 9 महीनों में कुछ स्टार्टअप और विस्तार की वजह से वैश्विक खदान उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. हालांकि चिली, चीन, इंडोनेशिया, पनामा और संयुक्त राज्य अमेरिका में परिचालन की समस्या से जुड़े मुद्दों की वजह से वैश्विक उत्पादन की ग्रोथ खासकर 2023 की पहली छमाही में सीमित थी. आंकड़ों के मुताबिक पहले नौ महीने में चिली में उत्पादन में 1.9 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. दरअसल, देश की कई खदानें परिचालन संबंधी मुद्दों, निम्न ग्रेड और मध्य क्षेत्र में सूखे की वजह से कम पानी की सप्लाई से प्रभावित हुईं है. हालांकि पहली छमाही में सालाना आधार पर उत्पादन में 4 फीसद की गिरावट के बाद चिली के उत्पादन में सुधार दर्ज किया गया और तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर उत्पादन में 2.5 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई.
रिपोर्ट के मुताबिक ग्रासबर्ग और बातू हिजाऊ खदानों में परिचालन संबंधी बाधाओं की वजह से इंडोनेशिया में कॉपर उत्पादन में 9 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. मौसम संबंधी समस्याओं और कन्वेयर बेल्ट की तकनीकी विफलता के परिणामस्वरूप केनेकॉट में उत्पादन में कमी की वजह से संयुक्त राज्य अमेरिका में कॉपर उत्पादन में 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं चीन के दो प्रमुख खदानों जियामा और जूलोंग में परिचालन संबंधी मुद्दों के परिणामस्वरूप चीन में कॉपर उत्पादन 6 फीसद कम दर्ज किया गया था.