देश में स्टील की खपत में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इस्पात मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही यानी अप्रैल-सितंबर की अवधि के दौरान देश में स्टील की खपत में 15 फीसद बढ़ोतरी दर्ज की गई है. आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-सितंबर की अवधि में देश में 6.4 करोड़ टन स्टील की खपत दर्ज की गई है. वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में भी स्टील की खपत में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली थी.
कोरोना काल के बाद से खपत में इजाफा
वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में देश में स्टील की खपत 11.5 फीसद बढ़कर 5.5 करोड़ टन दर्ज की गई थी. वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में देश में स्टील की खपत 4.97 करोड़ टन रही थी. बता दें कि वित्त वर्ष 2021 में देश कोविड महामारी की दूसरी लहर के साये में था, जिस वजह से उस दौरान स्टील की खपत घट गई थी, लेकिन उसके बाद खपत में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है.
प्रति व्यक्ति खपत में बढ़ोतरी
इस्पात सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा के मुताबिक भारत सरकार के मजबूत बुनियादी ढांचे कार्यक्रम की वजह से वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान देश में प्रति व्यक्ति स्टील की खपत का आंकड़ा 77 किलोग्राम था, जो 2022-23 में बढ़कर 87 किलोग्राम हो गया था और इस साल इसमें और भी ज्यादा बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है. वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन यानी वर्ल्डस्टील के मुताबिक 2023 में दुनियाभर में स्टील की मांग में 1.8 फीसद की बढ़ोतरी होने की संभावना है. वहीं 2024 में स्टील की मांग में 1.9 फीसद की बढ़ोतरी की उम्मीद है.
उनका कहना है कि वित्त वर्ष 2024 में देश में स्टील की खपत बढ़कर 13-13.2 करोड़ टन होने की संभावना है. साथ ही भारत के द्वारा 2030-31 तक 158 किलोग्राम प्रति व्यक्ति इस्पात खपत का लक्ष्य हासिल करने की भी उम्मीद है. इस्पात मंत्रालय की संयुक्त संयंत्र समिति के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में फिनिश्ड स्टील का उत्पादन 6.6 करोड़ टन दर्ज किया गया है जो कि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 13.6 फीसद ज्यादा है. पिछले साल की इसी अवधि में उत्पादन 5.9 करोड़ टन दर्ज किया गया था.