घरेलू मांग मजबूत रहने की वजह से चालू वित्त वर्ष में भारत का स्टील इंपोर्ट 6 मिलियन टन के आंकड़े को छू सकता है. क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर की अवधि में भारत ने 4.26 मिलियन टन स्टील का इंपोर्ट किया है. गौरतलब है कि क्रिसिल की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब घरेलू स्टील कंपनियों की ओर से बढ़ते स्टील इंपोर्ट को लेकर चिंता जाहिर की गई है.
क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 2023 में वैश्विक बाजार में स्टील की मांग 1.6 फीसद बढ़ने की संभावना है. 2022 में वैश्विक बाजार में स्टील की मांग में 3.3 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी. बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से वैश्विक बाजार में मांग में कमी देखने को मिली है. वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2023 में भारत में स्टील की मांग में क्रमशः 11.4 फीसद और 13.4 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारत में स्टील की मांग में लगातार तीसरे साल बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
क्रिसिल के मुताबिक वैश्विक इस्पात उद्योग में मंदी के बावजूद बुनियादी ढांचे, भवन और निर्माण क्षेत्रों पर सरकारी खर्च में बढ़ोतरी के कारण घरेलू मांग मजबूत रहने से चालू वित्तीय वर्ष में भारत का स्टील इंपोर्ट 6 मिलियन टन के आस-पास रह सकता है. बता दें कि चीन की स्टील मिलों ने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी कीमतों पर वैश्विक बाजार में सप्लाई बढ़ानी शुरू दी है. इस साल जनवरी-नवंबर के बीच चीन का निर्यात 35.6 फीसद बढ़कर 82.7 मिलियन टन दर्ज किया गया है जो कि 2016 के बाद से सबसे ज्यादा है. चीन से भारत को स्टील एक्सपोर्ट में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.