अंतरिम बजट आने को है. पिछले बार के बजट में सरकार ने नई टैक्स रीजिम को आकर्षक बनाने के लिए कई बदलाव किए थे. इसके बावजूद अभी भी देश में 60 फीसद टैक्सपेयर्स पुरानी टैक्स रीजीम को ही पसंद करत हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर सरकार नई टैक्स रिजीम को ज्यादा लोकप्रिय बनाना चाहती है तो उन्हें इस व्यवस्था में कई सुधार करने होंगे. सरकार को नई टैक्स रीजीम को आकर्षक बनाने के लिए पर्सनल टैक्स रेट की सीमा में बदलाव करने होंगे.
बढ़ाने होंगे टैक्स रेट
टैक्स विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को 30 फीसद की उच्चतम टैक्स रेट की सीमा ( वर्तमान में 15,00,000 रुपये) को बढ़ाकर कम से कम 20,00,000 रुपये करना पड़ सकता है. वैकल्पिक रूप से, सीमांत दर को घटाकर 25 फीसद किया जा सकता है. इन बदलावों की वजह से टैक्सपेयर्स ज्यादा टैक्स बचा पाएंगे. इससे करदाता पुरानी व्यवस्था छोड़कर नई टैक्स व्यवस्था को अपनाने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
हर साल बचेंगे 1 लाख
अगर सीमा को बढ़ाकर 25,00,000 रुपये प्रति वर्ष कर दिया जाता है, तो 30,00,000 रुपये से अधिक कमाने वाला टैक्सपेयप हर साल 1,04,000 रुपये कर बचा सकता है. विश्लेषण से पता चलता है कि 25,00,000 रुपये कमाने वाले लोग 98,800 रुपये बचा सकते हैं.
कैसे मिलेगी राहत
अगर बजट में टैक्स रेट सीमा को बढ़ाकर 20,00,000 रुपये किया जाता है तो इससे 25,00,000 रुपये प्रति वर्ष से ज्यादा कमाने वाले टैक्सपेयर्स 52,000 रुपये बचा सकेंगे. इसी तरह, 20,00,000 रुपये प्रति वर्ष कमाने वाला एक टैक्यपेयर हर साल 46,800 रुपये अतिरिक्त बचा पाएगा. हालांकि इस बदलाव से प्रति वर्ष 10,00,000 रुपये कमाने वालों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.