वित्त मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट तैयार करने की प्रक्रिया विभिन्न विभागों एवं मंत्रालयों से व्यय संबंधी ब्योरा मंगाने के साथ ही शुरू कर दी है. अगले साल अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों को देखते हुए इस बार अंतरिम बजट ही पेश किया जाएगा. इस वित्त वर्ष का पूर्ण बजट लोकसभा चुनावों के बाद गठित होने वाली नई सरकार करेगी. वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के बजट प्रभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट संबंधी परिपत्र जारी कर दिया है। इसके मुताबिक, व्यय सचिव की अध्यक्षता में अक्टूबर, 2023 के दूसरे सप्ताह से बजट-पूर्व बैठकों का दौर शुरू हो जाएगा और यह सिलसिला नवंबर के मध्य तक चलेगा.
एक सितंबर को जारी परिपत्र के मुताबिक, वित्तीय सलाहकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पांच अक्टूबर तक जरूरी ब्योरे मुहैया करा दिए जाएं. बजट-पूर्व बैठकों में मंत्रालयों या विभागों की प्राप्तियों के साथ सभी तरह के खर्चों के लिए जरूरी वित्त पर चर्चा की जाती है। इनमें गैर-कर राजस्व पर भी विशुद्ध आधार पर गौर किया जाएगा.
परिपत्र के मुताबिक, सभी मंत्रालयों एवं विभागों को समर्पित कोष वाले स्वायत्तशासी निकायों या अनुपालन संस्थाओं का भी ब्योरा देना होगा. बजट-पूर्व बैठकों का दौर खत्म होने के बाद वित्त वर्ष 2024-25 के बजट अनुमानों को अस्थायी रूप से अंतिम रूप दिया जाएगा. यह केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण के कार्यकाल का लगातार छठा बजट होगा. उन्होंने अपना पहला बजट जुलाई, 2019 में पेश किया था.