वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए पूंजीगत खर्च (Capex) का लक्ष्य 11.1% बढ़कर 11.1 लाख करोड़ कर दिया गया है. इससे पहले वित्त वर्ष 2023-2024 में कैपेक्स 10 लाख करोड़ रुपए था. इसे भी बाद में रिवाइज करके 9.5 लाख करोड़ रुपए कर दिया गया था.
अगले वित्त वर्ष के लिए कैपेक्स जीडीपी का 3.4% होगा.
कैपेक्स बढ़ने का मतलब है कि बुनियादी ढांचे के निर्माण में और तेजी आएगी. नई सड़कें, पुल, रेल आदि बनेंगे और ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. साथ ही सीमेंट और सरिया जैसी बुनियादी चीजों की मांग में भी तेजी आएगी.
वित्त मंत्री ने भाषण में कहा कि हाउसिंग योजना के तहत 5 साल में 2 करोड़ घर बनेंगे. अगले 10 साल में 149 एयरपोर्ट को अपग्रेड करने की योजना है. उड़ान योजना के तहत 517 नए मार्ग जुड़ेंगे. छोटे शहर और कस्बे भी जुड़ेंगे हवाई मार्ग से. तीन नए रेल कॉरिडोर बनाए जाएंगे. 40,000 सामान्य रेल डिब्बे वंदे भारत स्टैंडर्ड में तबदील होंगे. सरकार मेट्रोल रेल और नमो भारत सहित अहम रेल ढांचा परियोजनाओं का और शहरों में विस्तार करेगी. ये मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल का 11वां बजट और दूसरा अंतरिम बजट है. अब तक 9 पूर्ण बजट (Budget) और 1 अंतरिम बजट पेश किया जा चुका है.