बच्चों के हाथ मोबाइल अब काफी जल्दी आने लगा है. टेक्नोलॉजी आम जिंदगी में घर कर गई है. इसका फायदा उठाते हुए आप अपने बच्चों में बचत, खर्च और पैसों की प्लानिंग की सीख दे सकते हैं. छोटे-छोटे ट्रांजैक्शन, या रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाले खर्च और पैसों की जरूरत को समझ बढ़ाने के लक्ष्य से SBI में बच्चों के लिए खास अकाउंट की सुविधा है.
बच्चों के लिए तैयार किए इन खास खातों में सेविंग्स खाते जैसे ही रिटर्न मिलते हैं.
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बच्चों के लिए दो तरह के खाते की सुविधा है. ये हैं पहला कदम और पहली उड़ान.
ये खाते मोबाइल बैंकिंग से लेकर इंटरनेट बैंकिंग जैसी सुविधाओं के साथ आते हैं जिससे बच्चे पर्सनल फाइनेंस और आज के दौर की बैंकिंग को समझ सकेंगे.
इन सभी सर्विस पर हर दिन की लिमिट तय है जिससे बच्चे खर्च दायरे में ही करें और सीमा पार ना करें,
SBI का पहला कदम खाता किसी भी उम्र के बच्चे के लिए खुलवाया जा सकता है. माता-पिता या अन्य अभिभावक के साथ जॉइंट खाता खुलवाना होगा.
वहीं पहली उड़ान खाते के लिए बच्चे की उम्र कम से कम 10 साल होनी चाहिए. ये खाता सिर्फ बच्चे के नाम पर भी खोला जा सकता है. यानी बच्चा खुद ही खाते को मैनेज कर सकता है.
इन खातों में न्यूनतम बैलेंस की कोई सीमा नहीं है. लेकिन इनमें अधिकतम 10 लाख रुपये रखे जा सकते हैं.
बच्चों को इस खाते के साथ ही चेक-बुक भी मिलती है. इस चेकबुक में केवल 10 चेक होते हैं. पहला कदम क्योंकि काफी छोटे बच्चों के लिए भी है, इसलिए इस खाते में चेक-बुक गार्जियन के नाम पर जारी होती है. हालांकि, पहली उड़ान खाते पर बच्चा भी हस्ताक्षर पर सकता है.
पहला कदम और पहली उड़ान खातों के जरिए बच्चे बिल चुकाने, ई-टर्म डिपॉजिट खोलने, ई-रेकरिंग डिपॉजिट, और NEFT के जरिए फंड ट्रांसफर भी कर सकते हैं. इन दोनों खातों में डिमांड ड्राफ्ट की भी सुविधा है.
दोनों खातों पर हर दिन अधिकतम 5,000 रुपये का ट्रांजैक्शन किया जा सकता है.
इन दोनों खातों को खुलवाने के लिए KYC प्रक्रिया करानी होगी. इसके लिए पेरेंट्स के ही KYC से जुड़े सभी कागजात की जरूरत होगी – जैसे PAN, एड्रेसप्रूफ, पहचान पत्र, फोटो आदि. इन सब के अलावा बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र भी लगेगा या कोई भी ऐसे प्रूफ जिससे उनके जन्म तिथि को साबित किया जा सके.
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