कोरोना काल में लोगों की परेशानियों को देखते हुए बैंक अपने ग्राहकों को कई सुविधाएं दे रहे हैं. कोरोना काल में लोगों को अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) न तुड़वानी पड़े. इसे देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम (MODS) की सुविधा दी है. इसमें आप जब चाहें एटीएम (ATM) से पैसा निकाल सकते हैं, वो भी बिना एफडी तुड़वाए.
MODS से निकाले जा सकते हैं रुपये
MODS एक तरह का टर्म डिपॉजिट है जो सेविंग्स या करंट अकाउंट से लिंक्ड होता है. ऐसे में अगर ग्राहक उस लिंक्ड अकाउंट से पैसे निकालना चाहता है और वह पैसा खाते में मौजूद नहीं है तो पैसे MODS से निकाले जा सकते हैं. MODS पर भी उतना ही ब्याज मिलता है, जो SBI में एक आम FD पर है. विड्रॉल के बाद ब्याज MOD में बचे अमाउंट पर मिलता रहता है.
मिनिमम 10 हजार रुपये का करना होगा निवेश
एसबीआई MODS में आप मिनिमम 10,000 रुपए के एफडी करा सकते हैं. एफडी अकाउंट खुलने के बाद आप इस स्कीम में 1,000 रुपए के मल्टीपल्स में पैसे जमा कर सकते हैं और इस स्कीम में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है.
जाने स्कीम की खास बातें
– SBI MODS को 1 साल से लेकर 5 साल तक की अवधि के लिए खुलवाया जा सकता है. इसमें प्रीमैच्योर विड्रॉल की भी सुविधा है.
– MODS पर लोन लेने और नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध है. इसे एसबीआई की एक ब्रांच से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है.
– MOD कराने वाले कस्टमर के लिए इससे लिंक्ड सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम मंथली एवरेज बैलेंस रखना अनिवार्य है.
– एमओडी तोड़े जाने की स्थिति में, तोड़ी गई राशि जितने समय खाते में रही उस अवधि पर लागू ब्याज दर पर दंड सहित ब्याज का भुगतान किया जाएगा और शेष राशि पर मूल ब्याज दर लागू रहेगी.
– अगर किसी विशेष खाते में लिए मार्क है तो आगे और यूनिट्स को तोड़ने की अनुमति नहीं होगी.