Public Provident Fund account: रिटायरमेंट के लिए पैसा चाहिए तो पब्लिक प्रॉविडेंट फंड अकाउंट (Public Provident Fund account- PPF) बढ़िया ऑप्शन है. इसमें लगाए गए पैसे पर अच्छे ब्याज के साथ टैक्स सेविंग का भी फायदा मिलता है. PPF अकाउंट पोस्ट ऑफिस या बैंक में खुलवाया जा सकता है. लेकिन, पोस्ट ऑफिस में PPF अकाउंट खोलने से ज्यादा फायदा बैंक के साथ PPF अकाउंट खोलने में है. हालांकि, अगर आपका अकाउंट पोस्ट ऑफिस में है तो इसे बैंक में भी ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके लिए आपको सिर्फ कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे.
क्या है बैंक में PPF अकाउंट का फायदा? अगर सब्सक्राइबर का PPF अकाउंट उस बैंक में है, जहां उसका सेविंग अकाउंट है तो यह फायदा का सौदा है. दरअसल, वह अपने अकाउंट्स का कंसॉलिडेट्स व्यू ले सकता है. Public Provident Fund account को बैंक की ऑनलाइन सर्विस नेट बैंकिंग से जोड़ा जा सकता है. वहीं, पोस्ट ऑफिस के पीपीएफ अकाउंट में डिपॉजिट करने के लिए वहां जाना होगा. पासबुक में एंट्री के लिए भी पोस्ट ऑफिस जाना पड़ेगा, जबकि बैंक की पासबुक को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है.
कैसे ट्रांसफर करें अपना PPF अकाउंट (How to transfer PPF account)
1. ब्रांच सेलेक्ट करें सब्सक्राइबर को पहले यह पता करना होगा कि उसके बैंक की कौन सी ब्रांच PPF (Public Provident Fund) डिपॉजिट लेती है. इसके बाद अपना PPF अकाउंट ट्रांसफर (How to transfer PPF account) करने के लिए एक फॉर्म भरना होगा. एक फॉर्म पोस्ट ऑफिस में भी जमा कराना होगा. अपने आवेदन में बैंक ब्रांच का पूरा पता अपने हस्ताक्षर के साथ देना होगा. आवेदन के साथ आपको पोस्ट ऑफिस से मिली अकाउंट की पासबुक को भी अटैच करना होगा.
2. प्रोसेस डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन के बाद पोस्ट ऑफिस आपका (Public Provident Fund) PPF account क्लोज करेगा. इसके बाद अकाउंट की सारी जानकारी, डॉक्युमेंट्स और अकाउंट बंद करवाने के दिन तक बैलेंस पे-ऑर्डर प्रस्तावित बैंक को भेज दिया जाएगा. इसकी जानकारी आपको भी दी जाएगी कि आपके पीपीएफ अकाउंट को ट्रांसफर (PPF transfer) कर दिया गया है.
3. अकाउंट ओपनिंग पोस्ट ऑफिस से बैंक तक अकाउंट ट्रांसफर (PPF transfer) होने में 10 दिन का वक्त लग सकता है. इसके बाद बैंक में अकाउंट ओपनिंग के लिए सब्सक्राइबर को बैंक जाना होता है. सब्सक्राइबर को यहां नई पासबुक इश्यू की जाती है. इसमें पुराना क्रेडिट बैलेंस ट्रांसफर की डिटेल्स होती हैं.
क्यों जरूरी है PPF खाता? वह जमाना गया जब रिटायरमेंट के बाद कंपनियां पेंशन भी देती थीं. अब नौकरीपेशा हों या कारोबारी, उन्हें अपने रिटायरमेंट के बाद इनकम की व्यवस्था खुद करनी होती है. पीपीएफ (Public Provident Fund) रिटायरमेंट फंड (PPF retirement fund) बनाने के नजरिए से एक अच्छा विकल्प है.
कितना मिल रहा है ब्याज PPF Account (Public Provident Fund) में फिलहाल इस पर 7.1 फीसदी सालाना का ब्याज मिल रहा है. इसमें निवेश करने पर टैक्स छूट का लाभ मिलता है. मैच्योरिटी पर मिलने वाले पैसे भी टैक्स फ्री होते हैं. अगर इसकी ब्याज दरों में कमी भी आती है तो रिटर्न और मैच्योरिटी की राशि कर-मुक्त होने की वजह से निवेशक अच्छे यील्ड की उम्मीद कर सकता है. लंबी अवधि के लक्ष्यों जैसे बच्चों की शिक्षा और उनकी शादी, रिटायरमेंट के नजरिए से डेट में निवेश के विकल्प के तौर पर PPF में निवेश करना अच्छा फैसला होगा.
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