वित्त मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) के तहत कुल खाताधारकों में महिलाओं की संख्या 55 प्रतिशत है. यह सरकार की वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहन की प्रमुख योजना है.
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को महिला दिवस (International Women’s Day) पर उन योजनाओं का ब्योरा साझा किया जिनमें महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान है.
मंत्रालय ने कहा कि इन योजनाओं से महिलाएं वित्तीय रूप से सशक्त हुई हैं और अब वे अपने उद्यमी बनने के सपने को पूरा करने के लिए आगे बढ़ रही हैं.
मंत्रालय ने बयान में कहा कि 24 फरवरी, 2021 तक प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) के तहत कुल खाताधारकों की संख्या 41.93 करोड़ थी. इनमें महिला खाताधारकों की संख्या 23.21 करोड़ थी.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के बारे में मंत्रालय ने बताया कि 26 फरवरी, 2021 तक इसके अंतर्गत महिला उद्यमियों (Women Entrepreneurs) को 68 प्रतिशत या 19.04 करोड़ खातों को 6.36 लाख करोड़ रुपये के ऋण मंजूर किए गए हैं.
जन धन योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में की थी. इस योजना की शुरुआत उसी साल 28 अगस्त को हुई थी. इसके तहत परिवार में कम से कम एक व्यक्ति का बैंक खाता खोलने का लक्ष्य था.
वर्ष 2018 में सरकार ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) 2.0 की शुरुआत की थी.
इसमें लक्ष्य को प्रत्येक परिवार से प्रत्येक बैंकिंग सुविधा से वंचित बालिग व्यक्ति कर दिया गया था. इसके साथ ही 28 अगस्त, 2018 के बाद खोले गए प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) खातों के लिए रूपे कार्ड (RuPay Card) पर दुर्घटना बीमा कवर को दोगुना कर दो लाख रुपये कर दिया गया था.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत आठ अप्रैल, 2015 को हुई थी. इसके तहत 10 लाख रुपये तक का गैर-कॉरपोरेट, गैर कृषि लघु/सूक्ष्म उपक्रम कर्ज दिया जाता है.