Multiple Credit Card: क्रेडिट कार्ड के अपने फायदे भी हैं, तो कुछ नुकसान भी. यदि आपने सावधानी के साथ इनका उपयोग नहीं किया तो आप पर कर्ज का बोझ बढ़ सकता है. जब आपके पास एक से अधिक कार्ड होते हैं तो जरूरत से ज्यादा खर्च करने का डर बना रहता है. अपने क्रेडिट कार्ड का बैलेंस कैरी फारवर्ड न करें. क्योंकि इस पर 30 फीसदी तक का ब्याज लग सकता है. ऐसे में आपने जो रिवार्ड प्राप्त भी किया है, वह शून्य हो सकता है. इसलिए समय पर बैलेंस चुकाएं. और ड्यू-डेट के पहले ही भुगतान कर दें.
खर्च की सीमा
चतुराई के साथ खर्च करें. एक बार में अपनी क्रेडिट लिमिट के 50 फीसदी से ज्यादा खर्च न करें. और क्रेडिट लिमिट को पार न करें. इसे 80 फीसदी तक बनाए रखने की कोशिश करें.
सही कार्ड चुनें
असल में ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने की इच्छा के पीछे अधिक रिवार्ड प्वाइंट और कैश बैक ऑफर प्राप्त करने की मंशा होती है. अपने कार्ड के फीचर्स पर ध्यान दें.
इसमें डबल कैश बैक और डबल रिवार्ड प्वाइंट शामिल हो सकता है. इससे आपको अपने बकाया का भुगतान करने में आसानी होगी.
जब इंटरेस्ट-फ्री अवधि हो तब खर्च करें
कोशिश करें कि ब्याजरहित अवधि में खर्च करें. यह वह अवधि होती है जब आप क्रेडिट कार्ड से लेनदेन करते हैं और जब आपको रीपे करना होता है. इस दौरान आपसे ब्याज नहीं ली जाती. लेकिन यह छूट तभी मिलती है जब आप पूरा भुगतान करते हैं.
EMI की तुलना करें
नया ईएमआई लेने से पहले अपने विभिन्न कार्ड के ईएमआई ऑफर की तुलना करें. यदि आप 40 हजार का मोबाइल लेने जा रहे हैं तो, यह देखें की किसमें जीरो ब्याज पर ईएमआई का ऑफर है.
Credit card info
आरबीआई के मुताबिक, जून तक देश में क्रेडिट कार्ड की संख्या 6.4 करोड़ है. जून में ही इनके जरिए 63 हजार करोड़ रुपए के लेनदेन हुए हैं.