फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में, इन्वेस्टमेंट की अवधि और इंटरेस्ट रेट दोनों फिक्स्ड होते हैं. लेकिन कुछ पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर बैंक स्पेशल FD ऑफर कर रहे हैं जिनका इंटरेस्ट रेट फ्लोटिंग है. इन्हें फ्लोटिंग रेट FD कहा जाता है. ये स्पेशल FD सामान्य FD की तुलना में ज्यादा आकर्षक हो सकती हैं. Money9 आपको इसके हर पहलू की जानकारी देगा. फ्लोटिंग रेट FD फिक्स्ड डिपॉजिट का एक रूप है जिसमें FD का इंटरेस्ट रेट डिपॉजिट की पूरी अवधि के लिए तय नहीं होता है, ये समय-समय पर बैंक द्वारा नियमित आधार पर रीसेट किया जाता है.
यदि रेट बढ़ रहे हैं, तो फ्लोटिंग FD को इंटरेस्ट रेट में उतार-चढ़ाव से फायदा उठाने के लिए स्ट्रक्चर किया जाता है. फ्लोटिंग FD में, टेन्योर और इन्वेस्टमेंट अमाउंट फिक्स्ड होता है, लेकिन इंटरेस्ट रेट समय-समय पर बदलता रहता है. ऐसे डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट बेंचमार्क रेट से लिंक्ड होता है और इंटरेस्ट रेट बेंचमार्क रेट में मूवमेंट के साथ चलता है.
फ्लोटिंग रेट फिक्स्ड डिपॉजिट में इन्वेस्ट करने के कुछ फायदे हैं. पहला, यदि इंटरेस्ट रेट को हाई पर रिवाइज किया जाता है तो इससे कस्टमर को फायदा हो सकता है. बैंकों द्वारा हर तिमाही में रेट को रिवाइज किया जा सकता है. फ्लोटिंग FD पर तिमाही आधार पर महीने के आखिरी दिन इंटरेस्ट का भुगतान किया जाता है. इसके अलावा, एक दिन के भीतर डिपॉजिट अमाउंट के 90% तक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी है.
इस स्पेशल FD स्कीम में सीनियर सिटीजन के लिए 50 बेसिस पॉइंट तक के हाई इंटरेस्ट रेट और नॉमिनेशन फैसिलिटी भी है. कुछ बैंकों द्वारा कुछ निर्धारित नियमों के अधीन बिना किसी पेनल्टी के समय से पहले विड्रॉल की सुविधा भी दी जाती है. बैंक क्या ऑफर कर रहे हैं? कुछ पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बैंक ये स्पेशल फ्लेक्सिबल रेट वाली FD ऑफर कर रहे हैं. पब्लिक सेक्टर बैंक में SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, IDBI बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और इंडियन बैंक ये FD की पेशकश कर रहे हैं. प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में ICICI बैंक, एक्सिस बैंक और बंधन बैंक ये ऑफर दे रहे हैं.
सामान्य FD से ज्यादा फायदे एक सामान्य FD में, व्यक्ति आमतौर पर एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित अमाउंट जमा करता है, इस अमाउंट पर फिक्स्ड इंटरेस्ट मिलता है. आमतौर पर मैच्योरिटी से पहले इस अमाउंट को निकालने की परमिशन नहीं है.
फ्लोटिंग रेट फिक्स्ड डिपॉजिट में अकाउंट होल्डर बिना पेनल्टी के कुछ रकम निकाल सकता है. इसके अलावा, बैंक द्वारा निर्धारित अवधि के दौरान इंटरेस्ट रेट कई बार बदलता रहता है.
विशलिस्ट कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर निलांजन डे ने कहा, “अगर इंटरेस्ट रेट एक स्पेसिफिक टाइम पीरियड में बहुत ऊपर नीचे होते हैं, तो फ्लोटिंग फिक्स्ड डिपॉजिट अच्छा है. लेकिन जब इंटरेस्ट रेट स्थिर रहता है, जैसा कि मौजूदा समय में, तो फ्लोटिंग रेट फिक्स्ड डिपॉजिट करने का फायदा नहीं है.”
डे ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति एक से तीन साल के बीच इन्वेस्ट करना चाहता है तो सामान्य FD या डेट फंड में इन्वेस्टमेंट ज्यादा फायदेमंद होता है. अगर कोई तीन साल से अधिक समय के लिए इन्वेस्ट करना चाहता है तो फ्लोटिंग FD को कंसीडर किया जा सकता है.
इस पर टैक्स सामान्य FD की तरह ही लागू होता है. पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट सैबल विश्वास ने कहा, “वर्तमान में भारत में ट्रेंड नेगेटिव है. इसलिए, यदि आप कैलकुलेटेड रिस्क लेना चाहते हैं, तो आप अपना पैसा फ्लोटिंग रेट FD में लगा सकते हैं. वरना सामान्य FD लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतर हैं.”
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