SBI ATM: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने अकाउंट होल्डर्स को कई तरह की सुविधाएं देता है. ये सुविधाएं आपके अकाउंट्स पर मिलते हैं. सिर्फ अकाउंट्स ही नहीं आपके SBI ATM पर भी कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं. शायद ही आप जानते हों कि आपके एटीएम पर 20 लाख रुपए तक मुफ्त इंश्योरेंस भी मिलता है. ये एक्सिडेंटल डेथ इंश्योरेंस होता है. 40 करोड़ से ज्यादा अकाउंट होल्डर्स को 20 लाख तक मुफ्त में इस इंश्योरेंस का फायदा मिलता है. इसे कॉम्प्लीमेंट्री इंश्योरेंस कवर (Complimentary insurance cover available on SBI Debit Card) का नाम दिया गया है.
वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क हादसे में मरने वालों में भारत का योगदान सबसे ज्यादा 11 फीसदी है. SBI फ्री इंश्योरेंस की बात करें तो रोड एक्सिडेंट में 10 लाख तक और एयर एक्सिडेंट में 20 लाख तक का डेथ इंश्योरेंस मिलता है. आपको कौन का इंश्योरेंस कवर मिलेगा, यह इस बार पर निर्भर करता है कि आपके पास कौन सा SBI ATM कार्ड है. ध्यान देने वाली बात ये है कि आपका कार्ड एक्टिव होना चाहिए. दुर्घटना की तारीख से पहले 90 दिन के अंदर किसी भी चैनल जैसे ATM/PoS/ई-कॉमर्स पर कार्ड का कम से कम एक बार इस्तेमाल जरूरी है.
किस कार्ड पर कितना फायदा > SBI Gold (MasterCard/Visa) पर रोड एक्सिडेंट में 2 लाख और एयर एक्सिडेंट में 4 लाख का डेथ इंश्योरेंस मिलता है. > SBI Platinum (MasterCard/Visa) पर 5 लाख और 10 लाख. > SBI Pride (Business Debit) (MasterCard/Visa) पर 2 लाख और 4 लाख. > SBI Premium (Business Debit) (MasterCard/Visa) पर 5 लाख और 10 लाख. > SBI Visa Signature/MasterCard Debit Card पर रोड एक्सिडेंट में 10 लाख और एयर एक्सिडेंट में मौत पर 20 लाख का कवर मिलता है.
हर चार मिनट में एक मौत वर्ल्ड बैंक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है. देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर चार मिनट में एक मौत होती है. पिछले एक दशक में भारतीय सड़कों पर 13 लाख लोगों की मौत हुई है और इनके अलावा 50 लाख लोग घायल हुए हैं. सड़क दुर्घटनाएं इतनी ज्यादा हैं तो लोगों को एक्सिडेंटल इंश्योरेंस की जरूरत है. हालांकि, देश में अभी बहुत कम लोग इंश्योर्ड हैं.
5.96 लाख करोड़ का हर साल नुकसान रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 5.96 लाख करोड़ रुपए यानी सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 3.14 फीसदी के बराबर नुकसान होता है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की एक स्टडी में अनुमान लगाया है कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं से 1,47,114 करोड़ रुपए की सामाजिक व आर्थिक क्षति होती है, जो GDP के 0.77 फीसदी के बराबर है. मंत्रालय के मुताबिक, सड़क दुर्घटनाओं का शिकार लोगों में 76.2 फीसदी ऐसे हैं, जिनकी उम 18 से 45 साल के बीच है. यानी ये लोग कामकाजी आयु वर्ग के हैं. वैश्विक स्तर पर सड़क दुर्घटनाएं लोगों की मौत का आठवां सबसे बड़ा कारण है.
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