निजी क्षेत्र के कर्जदाता इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) ने चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में एड्वांसेस (ग्राहकों को दिए जाने वाले कर्ज) में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है. बैंक ने मंगलवार को रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि उसके एड्वांसेस (advances) दूसरी तिमाही के अंत में 2,21,821 करोड़ रुपये रहे, जो सालभर पहले 2,01,247 करोड़ रुपये पर थे.
बैंक के डिपॉजिट (deposits) भी सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 2,75,486 करोड़ रुपये पहुंच गए. बीते वित्त वर्ष की इसी तिमाही में ये 2,28,279 करोड़ रुपये थे. तिमाही आधार पर इसके डिपॉजिट में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस वित्त वर्ष की जून तिमाही में बैंक में 2,67,630 करोड़ रुपये जमा किए गए थे.
डिपॉजिट में इनकी रही हिस्सेदारी
इंडसइंड बैंक के लो-कॉस्ट डिपॉजिट (low cost deposit) – करेंट अकाउंट और सेविंग डिपॉजिट (CASA) – मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कुल देनदारियों (liabilities) के 42.1 प्रतिशत रहे.
वहीं, रिटेल डिपॉजिट (retail deposits) और छोटा कारोबारियों की ओर से किए गए डिपॉजिट (deposits from small business customers) की कुल राशि सितंबर तिमाही के अंत में 111,749 करोड़ रुपये रही. यह जून तिमाही में 105,737 करोड़ रुपये थी.
इंडसइंड बैंक ने सेबी (Sebi) के नियमों के तहत अपने तिमाही आंकड़ों को जारी किया है. उसने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया है कि पेश किए गए आंकड़े बैंक के स्टैचुटेरी ऑडिटरों की ओर से किए गए लिमिटेड रिव्यू पर आधारित हैं.