लोगों को अक्सर घर, गाड़ी, शादी या फिर मेडिकल इमरजेंसी के लिए लोन लेने की जरूरत पड़ती है. लेकिन अक्सर कम क्रेडिट स्कोर, पिछली क्रेडिट हिस्ट्री आदि जैसी कई वजहों से लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी जाती हैं. हालांकि, एडिशनल इनफॉरमेशन देकर और लैंडर की जरूरत को पूरा करके इन रिजेक्शन का हल निकाला जा सकता है. यदि आप अपनी लोन एप्लीकेशन के बार-बार रिजेक्ट होने से के थक चुके हैं, तो शायद कुछ टेक्निकल इश्यू को फिक्स किया जा सकता है और आप एक स्मार्ट बोरोअर बन सकते हैं. मनी9 आपको स्मार्ट बोरोअर बनाने के 6 टॉप टिप्स के बारे में बता रहा है.
अच्छा क्रेडिट स्कोर लोन लेने में सबसे अहम भूमिका निभाता है. इसलिए हमेशा एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने की कोशिश करें. एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आधा काम पूरा कर देता है. क्रेडिट स्कोर में आपकी रीपेमेंट हिस्ट्री, मौजूदा लायबिलिटी, आपकी इनकम, क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो शामिल हैं.
750 या उससे अधिक का क्रेडिट स्कोर आइडियल माना जाता है. बैंकों को लगता है कि कम क्रेडिट स्कोर वाला व्यक्ति भविष्य में लोन नहीं चुका पाएगा. इसलिए, यदि आपका क्रेडिट स्कोर कम है, तो इसे बढ़ाने की कोशिश करें. सभी बिलों को समय पर भुगतान करना अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने का एक तरीका है.
ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक साथ कई लोन एप्लीकेशन से आपके लोन मिलने की संभावना कम हो जाती है. यदि आप कई लैंडर्स को कई एप्लीकेशन भेजते हैं, तो यह मैसेज जाता है कि आप हताश है और किसी भी कीमत पर लोन लेना चाहते हैं. यह एप्लीकेंट के फाइनेंशियल स्टेटस की एक खराब इमेज भी बनाता है. यह आपके क्रेडिट स्कोर और लोन मिलने की संभावना को भी प्रभावित कर सकता है.
अपनी जरूरत से ज्यादा लोन न लें और उतना ही लें जितना आप चुका सकते हैं. ध्यान रखें कि आपका कुल EMI खर्च आपकी मंथली इनकम के 50% से ज्यादा न हो. यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपका EMI खर्च कितना होना चाहिए, तो आप EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके यह पता लगा सकते हैं कि आप कितनी रकम का भुगतान कर सकते हैं. फिर लोन अप्लाई करने के लिए आगे बढ़ें.
किसी भी खराब स्थिति से बचने के लिए नियमित रूप से EMI या मंथली इंस्टॉलमेंट का भुगतान करने की कोशिश करें. देरी होने पर पेनल्टी या एक्स्ट्रा इंटरेस्ट आपके लिए हालात और मुश्किल बना सकता है. समय पर भुगतान न करना कई लोगों को कोई बड़ी बात नहीं लगती, लेकिन यह सीधे आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करता है और भविष्य में आपके लिए नया लोन लेने की संभावनाओं को कम करता है.
जहां तक हो सके सुरक्षित लोन लेने की कोशिश करें. आप गोल्ड या प्रॉपर्टी पर भी लोन ले सकते हैं, क्योंकि इस तरह लोन लेने पर क्रेडिट स्कोर का कम इफेक्ट पड़ता है. इसके अलावा, इंटरेस्ट रेट भी थोड़ा कम मिलता है. यदि कॉलेटरल ऑफर किया जाता है, तो लैंडर एप्लीकेशन को आसानी से स्वीकार करते हैं क्योंकि वो सुरक्षित महसूस करते हैं.
कभी भी बिना सोचे-समझे लोन लेने का डिसीजन न लें. हमेशा, फाइनल डिसीजन लेने से पहले कई क्रेडिट ऑप्शन और अवेलेबल लोन प्रोडक्ट की तुलना करें. फाइनेंशियल गोल को पूरा करने के लिए जैसे घर खरीदना या इमरजेंसी कैश की जरूरतों को पूरा करने के लिए, कई बैंकों में जाएं और जहां सबसे कम इंटरेस्ट पर लोन मिले उस बैंक को चुनें.
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