कोरोना काल में देश में डिजिटल लेनदेन बढ़ा है. ज्यादातर लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. आज लगभग हर किसी के पास क्रेडिट कार्ड है. क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता बैंक या कंपनियां आम तौर पर शुरुआत में नए क्रेडिट ग्राहकों को एक बेसिक क्रेडिट कार्ड देते हैं. मगर समय के साथ आप अपने क्रेडिट कार्ड को अपग्रेड कर सकते हैं. इससे आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ सकती है. मगर अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड को अपग्रेड करने की योजना बना रहे हैं, तो नीचे बताई जाने वाली बातों का ध्यान जरूर रखें.
अपने कार्ड को अपग्रेड करने से पहले आपको अपनी खर्च करने की आदतों का आकलन करना होगा ताकि स्मार्ट तरीके से अपग्रेड किया जा सके. क्रेडिट कार्ड के लाभ, कैशबैक और रिवॉर्ड पॉइंट उन लोगों के एक समूह के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं जिनका खर्च करने का तरीका एक समान होता है. उदाहरण के लिए, फ्यूल कार्ड ईंधन खर्च पर ज्यादा कैशबैक देते हैं और शॉपिंग कार्ड किराने के सामान और अन्य लाइफस्टाइल की चीजों पर खर्च पर ज्यादा बेनेफिट देते हैं. इसलिए नये कार्ड में अपग्रेड करने के लिए अपनी आवश्यकताओं पर जरूर नजर डालें.
कई क्रेडिट कार्ड कंपनियां ज्वॉइनिंग फीस के साथ ही सालाना फीस भी लेती हैं. इसलिए ऐसे कार्ड का चुनाव करें जिसमें आपको मिनिमम ज्वॉइनिंग फीस और कम सालाना मैंटेनेंस फीस देनी पड़े. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर आप क्रेडिट कार्ड से भी नकद निकाल सकते हैं. इस पर आपको शुल्क और ब्याज भी देना होगा. कोशिश करें कि ऐसा क्रेडिट कार्ड चुनें, जिसमें कम ब्याज और कम निकासी शुल्क देना पड़े. इसके अलावा फाइनेंस शुल्क, ट्रांसफर शुल्क, कैश एडवांस शुल्क, विदेशी लेनदेन शुल्क, ओवर-लिमिट शुल्क आदि शुल्कों का भी ध्यान रखें.
आपके खर्च करने की आदत को देखते हुए तमाम क्रेडिट कार्ड पर रिवार्ड प्वाइंट उपलब्ध करवाए जाते हैं, जिन्हें मॉनीटरी या नॉन-मॉनीटरी गिफ्ट्स में बदला जा सकता है. हालांकि ये रिवार्ड प्वाइंट कितने मिलेंगे ये कार्ड के प्रकार पर निर्भर करता है. इसलिए अपग्रेड करने से पहले अपनी वर्तमान जीवनशैली के अनुसार रिवॉर्ड पॉइंट प्रोग्राम और अन्य बेनेफिट का विश्लेषण करें.
आमतौर पर, जब आप अपना क्रेडिट कार्ड अपग्रेड करते हैं तो क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता क्रेडिट सीमा बढ़ा देते हैं. इस बढ़ी हुई क्रेडिट सीमा के साथ, आप अधिक या हाई लिमिट लेनदेन कर सकते हैं, जो वित्तीय आपात स्थितियों में आपकी मदद कर सकता है. उच्च क्रेडिट सीमा आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकती है. यदि आप कार्ड का बुद्धिमानी से उपयोग करते हैं, तो बढ़ी हुई क्रेडिट सीमा के साथ, आप एक स्वस्थ सीयूआर (क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो) मैंटेन कर सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट किसी विशेष बिलिंग साइकिल में आपके क्रेडिट कार्ड से जुड़ी तमाम ट्रांजैक्शन का दस्तावेज होता है. इसमें आपके कार्ड से जुड़ी तमाम जानकारी जैसे बिलिंग साइकिल की कुल देय राशि, निम्नतम भुगतान राशि, भुगतान की ड्यू डेट, मौजूदा क्रेडिट लिमिट, आपने अर्जित किए रिवॉर्ड प्वाइंट, रिडीम न किए गए प्वाइंट आदि जानकारी होती है.स्टेटमेंट पर नजर रख कर आप पेमेंट करने से पहले कार्ड का उपयोग कैसे और कहां किया गया है और आगे कैसे करना है इसकी प्लानिंग कर सकते हैं.
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