प्राइवेट सेक्टर के दूसरे बड़े बैंक ICICI ने कोरोना महामारी के बीच पिछले साल से भी ज्यादा इस साल कमाई की है. बैंक ने पहले क्वार्टर में ही 77.59 फीसदी की ग्रोथ के साथ 4616.02 करोड़ रुपये की बढ़त दर्ज की है. जबकि पिछले साल इसी तिमाही में बैंक ने 2599.15 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था.
30 जून को समाप्त तिमाही के बाद अप्रैल से जून 2021 के बीच बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सालाना 18% बढ़कर 10,936 करोड़ रुपये हुई. हालांकि बैंक ने शेयर मार्केट में जानकारी दी है कि तिमाही के दौरान बैंक का कुल प्रावधान 62.44% घटकर 2,852 करोड़ रुपये हो गया जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 7,594 करोड़ रुपये से अधिक था.
पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान बैंक ने नॉन-परफॉर्मिंग लोन पर अपनी पॉलिसी को बदलकर और ज्यादा कंजरवेटिव बना दिया था. ICICI बैंक ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि पॉलिसी में बदलाव के चलते आउटस्टैंडिंग लोन पर प्रोविजन को अलाइन करने के लिए 1,127 करोड़ रुपये के नॉन-परफॉर्मिंग एडवांस पर हाई प्रोविजन हुआ.
बैंक के शेयर 23 जुलाई को अपने फाइनेंशियल रिजल्ट से पहले 3.18% बढ़कर 676.65 रुपये पर बंद हुए. दूसरी ओर बेंचमार्क BSE सेंसेक्स 138.59 अंक या 0.26% बढ़कर 52,975.80 पर बंद हुआ. नेट इंटरेस्ट मार्जिन पिछले साल की इसी तिमाही में 3.69% था जोकि अब बढ़कर 3.89% रहा.
ICICI बैंक ने यह बताया कि रिटेल लोन पोर्टफोलियो में 20% की वृद्धि हुई है जो 30 जून 2021 तक कुल लोन पोर्टफोलियो का 61.4% था. नॉन-फंड आउट स्टैंडिंग सहित बात करें तो यह कुल पोर्टफोलियो का 50.4% था. इनके अलावा बिजनेस बैंकिंग पोर्टफोलियो में बैंक को 53% की ग्रोथ हुई है जो 30 जून 2021 को कुल लोन का 5.4% था. इतना ही नहीं बैंक के टोटल एडवांस में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यह 17% सालाना बढ़कर 6,31,215 करोड़ रुपये से 7,38,598 करोड़ रुपये हो गया है.