HDFC Bank: कोरोना महामारी के चलते कई लोगों के काम धंधों पर जबरदस्त असर पड़ा है. कार्यशील पूंजी की परेशानी खडी हो गई है. संकट में पड़े ऐसे लोगों के लिए HDFC Bank खास स्कीम लेकर आया है. इसका नाम ‘दुकानदार ओवरड्राफ्ट योजना’ (Dukandar Overdraft Scheme) है. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने सरकार की ई-गवर्नेंस सर्विस डिलीवरी शाखा CSC SPV के साथ साझेदारी में छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए एक ओवरड्राफ्ट सुविधा शुरू की है. बैंक स्टेटमेंट्स के आधार पर न्यूनतम 50,000 और अधिकतम 10 लाख रुपये तक की ओवरड्राफ्ट को मंजूरी देगा.
एचडीएफसी बैंक द्वारा ‘दुकानदार ओवरड्राफ्ट योजना’ (Dukandar Overdraft Scheme) का उद्देश्य व्यापारियों को उनके नकदी संकट को कम करने में मदद करना है.
बैंक के मुताबिक कम से कम तीन साल से काम कर रहे रिटेलर किसी भी बैंक शाखा से छह महीने का बैंक स्टेटमेंट देकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.
HDFC Bank की इस योजना के लिए आवेदन करने वाले खुदरा विक्रेताओं से कोलैटरल सिक्योरिटी, बिजनेस फाइनेंशियल्स और इनकम टैक्स रिटर्न नहीं मांगेगा.
बैंक स्टेटमेंट्स के आधार पर न्यूनतम 50,000 और अधिकतम 10 लाख रुपये तक की ओवरड्राफ्ट को मंजूरी देगा.
6 साल से कम समय से चल रही दुकानों को बैंक स्टेटमेंट के आधार पर 7.5 लाख और 6 साल से ज्यादा समय चल रही प्रतिष्ठानों को 10 लाख रुपये तक ओवरड्राफ्ट मिलेगा.
यह योजना 600 से अधिक शाखाओं और वर्चुअल रिलेशनशिप मैनेजमेंट सपोर्ट के साथ-साथ ग्रामीण स्तर के उद्यमियों (VLE) के लिए है. 5 लाख रुपये और उससे अधिक की लोन राशि पर 0.40 फीसदी से 0.80 फीसदी का कमीशन मिलता है.
इस स्कीम के तहत केवल दुकान या बिजनेस के प्रॉपराइटर ही ओवरड्राफ्ट की सुविधा उठा सकते हैं. स्कीम का फायदा लेने के लिए कम से कम 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट होना जरूरी है.
दुकानदार जिस बैंक की स्टेटमेंट उपलब्ध कराएगा, वह उसका कम से कम 15 महीने से ग्राहक होना चाहिए.
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