देश के सबसे बडे़ क्रेडिट ब्यूरो TransUnion CIBIL ने कहा है कि महामारी की दूसरी लहर के बावजूद कर्ज की मांग के साथ-साथ सप्लाई में बड़ी रिकवरी की वजह से देश का रिटेल लोन मार्केट (retail credit market) मजबूत ग्रोथ के लिए तैयार है. सिबिल की रिपोर्ट से पता चलता है कि सरकारी नीति और बाजार में उधारदाताओं को तेज रफ्तार कर्ज देने की कार्यशैली से क्रेडिट मार्केट को काफी फायदा हुआ है.
PSU बैंकों ने की अगुवाई
रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने कर्ज रिकवरी का नेतृत्व किया है, वहीं निजी क्षेत्र के बैंक और गैर-बैंकिंग लेंडर भी अब मजबूत मांग में सुधार देख रहे हैं.
क्रेडिट मार्केट इंडिकेटर में आया सुधार
सिबिल के क्रेडिट मार्केट इंडिकेटर (CMI) से पता चलता है कि खुदरा कर्ज बाजार के स्वास्थ्य पर सबसे साफ असर महामारी के पहले कुछ महीनों में था, लेकिन कुल मिलाकर, बाजार तेजी से लचीला हो गया है क्योंकि महामारी आगे बढ़ गई है. फरवरी और मई 2020 के बीच, CMI 17 अंक गिरकर 100 से 83 हो गया. समग्र CMI एक सकारात्मक प्रक्षेपवक्र में लौट आया और अगस्त 2021 में 9 अंक चढ़कर 87 पर पहुंच गया.
इंक्वायरी वोल्यूम में रिकॉर्ड वृद्धि
फरवरी से अगस्त 2021 के बीच पूछताछ की मात्रा (Inquiry volumes) में 20% की ग्रोथ हुई, जबकि पिछले वर्ष के समान महीनों में इसमें 31% की गिरावट देखी गई थी. नवंबर 2021 के पहले सप्ताह में, TransUnion CIBIL कंज्यूमर ब्यूरो पर पूछताछ की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई, जो भारत में क्रेडिट मांग और आर्थिक गतिविधियों में एक उल्लेखनीय पुनरुत्थान का संकेत देता है.
क्रेडिट एक्टिव ग्राहकों में 7% वृद्धि
सिबिल ने कहा कि फरवरी और अक्टूबर के बीच पूछताछ की मात्रा (inquiry volumes) में 54% की वृद्धि हुई है क्योंकि आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है. अगस्त 2021 में बकाया शेष में 8% और क्रेडिट सक्रिय उपभोक्ताओं में 7% की वृद्धि हुई है.