Digital Banking: आज के दौर में बैंकिंग पूरी तरह से तकनीक आधारित हो चुकी है, और इसके साथ ही फंड की सुरक्षा भी अहम है. सीनियर सिटीजन भी Digital Banking को अपना रहे हैं और अक्सर हम उनके साथ विभिन्न तरह के साइबर फ्रॉड के बारे में सुनते हैं. सीनियर सिटीजन के लिए बैंकिंग सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए Moeny9 ने कई विशेषज्ञों से बात की है. उनकी सलाह को हम 9 बिंदुओं में बता रहे हैं.
1. इनाम जीतने की बात करने वाले मेल और एसएमएस पूरी तरह से फर्जी होते हैं. ऐसे संदेशों पर क्लिक न करें.
2. कभी भी अपने बैंक खाते के पासवर्ड और यूजर-आईडी दूसरों को न बताएं. कोई भी बैंक आपसे इसकी जानकारी नहीं मांगता.
3. ऐसे एसएमएस पर ध्यान दें जिसमें लिखा हो, ‘आपका डेबिट कार्ड और एकाउंट ब्लॉक हो गया है.’ यह भी फर्जी होता है. यदि ऐसा कुछ है तो सीधे बैंक से संपर्क करें.
4. सभी सेवा या बैंकिंग एप पर एक ही पासवर्ड न रखें. हमेशा मजबूत पासवर्ड बनाएं.
5. कंप्यूटर, फोन या अन्य यंत्र में आप ऑनलाइन खाता देखे रहे हैं तो काम पूरा होने के बाद हमेशा लॉग-आउट करें.
6. यदि WhatsApp जैसे एप पर कोई QR कोड भेजकर भुगतान प्राप्त करने के लिए इसे स्कैन करने को कहता है, तो कभी ऐसा न करें. यह भी फर्जी होता है.
7. यदि कोई रिश्तेदार या जानने वाले के फेसबुक या ऐसे किसी भी सोशल साइट पर फंड ट्रांसफर करने का मैसेज आता है तो ऐसा न करें. यदि कोई ऐसा हो तो सीधे संबंधित व्यक्ति से संपर्क करें.
8. पैसा ट्रांसफर करने के लिए पब्लिक WiFi का उपयोग न करें. हमेशा सुरक्षित नेटवर्क का इस्तेमाल करें.
9. इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करते समय आने वाले OTP को किसी के साथ शेयर न करें. साथ ही किसी संदिग्ध एप का उपयोग न करें.
जानकारों का कहना है कि बैंकिंग करते वक्त सीनियर सिटीजन को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि घोटालेबाजों के लिए वे एक तरह से सॉफ्ट टारगेट होते हैं.
Cyber Guru के साइबर लॉयर और फांउडर डायरेक्टर राजर्षि राय चौधरी के मुताबिक, “ वित्तीय लेनदेन या केवायसी से जुड़े किसी भी मैसेज, लिंक या फोन कॉल को नजरअंदाज करना चाहिए.”
एथिकल हैकर और आईटी के प्रोफेसर सोमसुभ्रा गुप्ता का कहना है, “ आम तौर पर घोटालेबाज किसी के खाते को हैक कर लेते हैं और ऐसा फर्जी मैसेज भेजते हैं तो वास्तविक लगता है. ऐसे में ग्राहक को सावधान और जागरुक रहने की जरूरत है.”
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