Bitcoin: अगर भारत की रेगुलेटरी एजेंसी क्रिप्टो कॉइन पर जारी अनिश्चितता को खत्म कर देती हैं तो, डिजिटल पेमेंट में भारत का अग्रणी प्लेटफॉर्म पेटीएम बिटकॉइन (Bitcoin) की पेशकश पर विचार कर सकता है. लाइव मिंट ने ब्लूमबर्ग टीवी के एक इंटरव्यू के हवाले से ये रिपोर्ट दी है. ब्लूमबर्ग टीवी के हसलिंडा अमीन और रिशाद सलामत को मुख्य वित्तीय अधिकारी मधुर देवड़ा ने एक इंटरव्यू में ये बात कही. देवड़ा ने कहा कि इस संबंध में अभी सभी एसेट ग्रे एरिया में ही हैं.
पेटीएम की प्लानिंग
देवड़ा ने कहा कि बिटकॉइन के मामले में नियामक अब भी स्पष्ट नहीं है. इसलिए फिलहाल पेटीएम बिटकॉइन में लेनदेन नहीं करता है. भारत में बिटकॉइन को कानूनी मान्यता मिलने पर ही इस बारे में पेटीएम विचार कर सकता है.
भारत के केंद्रीय बैंकों ने मार्च 2020 में क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था. सरकार कई बार क्रिप्टो कानून पर विचार कर चुकी है. लेकिन रिजर्व बैंक इस मामले में प्रतिबंध लगाने की ही वकालत करता रहा है.
बिटकॉइन पर देवड़ा की ये टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पेटीएम अपने 183 अरब रूपये (2.5 अरब डॉलर) के पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए सार्वजनिक सदस्यता की तैयारी कर रहा है. नवंबर के मध्य में इसकी लिस्टिंग की उम्मीद है. इस राशि का तकरीबन आधा हिस्सा पेटीएम अपने एंकर इंवेस्टर्स को बेच भी चुका है. एंकर इंवेस्टर्स यानि ऐसे इंवेस्टर जिन्हें कंपनियां आईपीओ मार्केट में उतरने से पहले ही शेयर बेच देती हैं.
बिटकॉइन क्या हैं?
बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं. जिसकी वजह से एक एक बिटकॉइन की कीमत एक लाख रूपये के आसपास पहुंच चुकी है. इसे ही भविष्य की करेंसी या क्रिप्टो करेंसी भी कहा जा रहा है. इसका भुगतान डिजिटल माध्यमों से ही हो सकता है.