ATM Fraud: आपको बहुत बार एटीएम फ्रॉड के मामलों के बारे में पता चला होगा. देश में एटीएम मशीन पर कार्ड क्लोनिंग के कई मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे ही एक मामले में ग्राहक जब एटीएम मशीम पर रुपये निकालने के लिए गया, तो लेनदेन की पूरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक होने के बाद भी एटीएम मशीन से पैसे नहीं निकले. ऐसे में ग्राहक को शक हुआ और उसने एटीएम मशीन को ध्यान से देखना शुरू किया. ग्राहक ने पाया कि पिन नंबर टाइप करने की जगह के ऊपर टेप से एक प्लेट चिपकाई हुई थी. इस प्लेट में एक कैमरा, एक एसडी कार्ड और एक बैटरी लगी हुई थी. धोखेबाज इस तरह के डिवाइस से एटीएम कार्ड को क्लोन करते हैं और फिर कार्डधारक के खाते में मौजूद सारा पैसा लूट लेते हैं.
अपनी मेहनत से कमाए रुपयों को ऐसी ठगी से बचाने के लिए हमें कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. इस बारे में मनी9 ने वेब सिक्योरिटी एनालिस्ट प्रियंका सांखला से बातचीत की. सांखला ने ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ टिप्स बताएं हैं. आइए जानते हैं कि ये क्या हैं.
1. कार्डधारक को हमेशा एटीएम मशीन से नकदी निकासी करते समय मशीन में कार्ड डालने के स्थान की जांच कर लेनी चाहिए. ठग उस जगह पर क्लोनिंग डिवाइस लगा देते हैं और व्यक्ति के एटीएम कार्ड को स्केन कर लेते हैं.
2. कार्डधारक को अपना पिन नंबर दर्ज करने से पहले कीपैड भी चेक कर लेना चाहिए.
3. कार्डधारक को अपने पिन दर्ज करते समय उंगलियों को कैमरे की नजर से बचाकर रखना चाहिए या दूसरे हाथ से कीपैड को कवर कर लेना चाहिए.
4. कार्डधारक को मैग्नेटिक कार्ड के स्थान पर ईएमवी चिप आधारित कार्ड का उपयोग करना चाहिए. इससे अगर कार्ड स्केन या क्लोन होगा, तो ठग को एन्क्रिप्टेड सूचना प्राप्त होगी, क्योंकि ईएमवी कार्ड्स में माइक्रोचिप्स होती हैं.
5. कार्डधारक को दुकान, होटल या रेस्त्रां पर अपना कार्ड स्वाइप करने से पहले पीओएस मशीन (POS machine) को चेक कर लेना चाहिए. जांच लें कि मशीन कौन से बैंक की है. मशीन के बिल को देखकर भी पीओएस मशीन की कंपनी का पता लगाया जा सकता है. इसके अलावा स्वाइप एरिया और कीपैड की भी जांच कर लें.
6. कार्डधारक को जहां तक संभव हो सके वहां तक सार्वजनिक स्थान पर स्थित एटीएम या जिस एटीएम पर गार्ड मौजूद हो, उसका ही प्रयोग करना चाहिए.
7. अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड को शॉपिंग, रिचार्ज या दूसरे वॉलेट पर सेव ना करें.
8. शॉपिंग मॉल में अगर पीओसी मशीन बिना ओटीपी के लेनदेन करे, तो बैंक में जाकर सुरक्षित कार्ड इश्यू करवाएं, जो ओटीपी के जरिए ही लेनदेन पूरा करे. 9. अपने कार्ड में निकासी की लिमिट तय करके रखें, जिससे क्लोनिंग या फ्रॉड होने पर एक सीमित मात्रा में ही पैसा निकल पाए.
ठगी होने पर यह करें
अगर बैंक या मशीन की तरफ से लेनदेन सफल हो गया है और आपको पैसा नहीं मिला है, तो तुरंत बैंक में कॉल करना चाहिए. अगर कोई तकनीकी खामी है, तो बैंक द्वारा 24 से 48 घंटे में पैसा वापस अकाउंट में डाल दिया जाता है. वहीं, अगर तकनीकी खामी नहीं है, तो बैंककर्मी या पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर जायजा लिया जाता है. ऐसी स्थिति में यूजर को बैंककर्मी या पुलिस के आने तक वहीं रहना चाहिए. बैंक द्वारा भी बता दिया जाता है कि मशीन से पैसे क्यों नहीं निकल रहे हैं.
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