ज्यादा अहम ये है कि आप कितनी जल्दी निवेश की शुरुआत कर रहे हैं. इन्वेस्टमेंट T20 मैच है जिसमें अगर आप शुरुआती ओवर से ही रन बनाएंगे तभी फायदे में रहेंगे
Mutual Fund: आनंद राठी वेल्थ मैनेजमेंट के डिप्टी CEO फिरोज अजीज मानते हैं कि अब वो वक्त आ गया है कि आप जो भी रकम बचा रहे हैं उसे तुरंत निवेश में लगाइए.
Investment: एक साल के रिटर्न वाले 'भूत' से बचिए ! Edelweiss AML की MD और CEO राधिका गुप्ता के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में नया निवेश करने वालों को इस 'भूत' से बचना बहुत जरूरी है.
Nominee: नॉमिनी और उत्तराधिकारी अलग हैं. लेकिन हर निवेश में ऐसा हो ये जरूरी नहीं. बीमा और EPF में नॉमिनी ही उत्तराधिकारी होता है .
Financial Liquidity: भले ही बैंक अकाउंट में पैसे हों, FD हो या कोई और निवेश पर अगर आपके पास उसे तुरंत इस्तेमाल करने का जरिया नहीं तो सब बेकार
बैंक FD और PPF Fixed Income पाने का अच्छा जरिया जरूर हैं, लेकिन बढ़िया रिटर्न दिलाने में ये कमजोर साबित होते हैं.
Investment Planning: जब आप जानते हैं कि आपकी मंजिल कहां है और उस मंजिल तक पहुंचने के लिए आप कितना समय दे सकते हैं तो निवेश से जुड़े फैसले आसान हो जाते हैं.
गोल्ड ETF को रखने के लिए न लॉकर सुविधा चाहिए और न इसके लिए बाजार जाने की जरूरत है. जब आप ETF खरीदते हैं तो कंपनियां आपके लिए सोना खरीदती हैं.
डेट फंड बैंक FD से 2 से 10% ज्यादा सालाना रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं. लंबी अवधि के डेट फंड नें 5 साल में 25% या ज्यादा का रिटर्न दिया है.
अभी तक आप स्पेसिफिक फार्मा फंड्स में निवेश कर सकते थे, लेकिन अब हेल्थकेयर ETF के जरिए हेल्थकेयर इंडेक्स में भी निवेश करने का रास्ता खुल गया है.