यह राशि इससे पिछले महीने के मुकाबले 37 प्रतिशत अधिक है.
सरकार की गैस नीति में एलएनजी को तेजी से बढ़ावा देने और ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) के उत्सर्जन को नियंत्रित करने की पहल के बीच कंपनी ने यह रणनीति अपनाई है.
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बिजली की खपत 1,259.49 अरब यूनिट थी. पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में बिजली की खपत 1,505.91 अरब यूनिट रही थी.
चंद्रशेखर ने इस बात पर जोर दिया कि नियामकीय अनुपालन कंपनियों के लिए ‘वैकल्पिक’ नहीं हो सकता, बल्कि यह एक ऐसा पहलू है जिसपर प्रत्येक उद्यमी को पूरा ध्यान देना चाहिए.
यह निर्देश 16 फरवरी को सात एयरलाइंस एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा एयर, स्पाइसजेट, विस्तारा, एईएक्स कनेक्ट और एयर इंडिया एक्सप्रेस को जारी किया गया है.
शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में एलआईसी के अलावा टीसीएस, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार मूल्यांकन में गिरावट आई.
इस बार कच्चा तेल महंगा होने के लिए वजहों की कमी नहीं थी, 2-2 युद्ध चल रहे थे, रूस-सऊदी की तरफ से उत्पादन घटाया जा रहा था, ऑयल रूट बंद हो गए थे. लेकिन इन तमाम वजहों के बावजूद कच्चा तेल क्यों महंगा नहीं हुआ?
यह निर्णय उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह की अध्यक्षता में 14 फरवरी को यहां हुई बैठक में लिया गया.
क्या चुनावी चंदे की हकीकत आएगी बाहर? Paytm के लिए क्या है नई मुश्किल? क्या हैं Financial Freedom Summit से मिले 5 सूत्र? Paytm के लिए क्या है नई मुश्किल? किस कंपनी का हिस्सा खरीदने जा रहा है RIL? Electoral Bonds पर क्यों लगी रोक? आज के Money Central में इन सभी सवालों का जवाब मिलेगा.
जीक्यूजी पार्टनर्स एक इन्वेस्टमेंट फर्म है, जिसने बुरे समय में गौतम अदानी की कंपनी का साथ दिया था.