ब्लैक सी ग्रेन डील से रूस के बाहर होने के बाद दुनियाभर में रूस के इस कदम को लेकर हो रही निंदा के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बड़ा बयान आया है. पुतिन ने कहा है कि उनका देश डील में फिर से शामिल होने पर विचार कर सकता है, लेकिन इसके लिए उनकी कुछ शर्तें हैं. पुतिन ने कहा है कि उनका देश ब्लैक सी ग्रेन डील में वापस आने पर तभी विचार करेगा जब डील को लेकर रूस के साथ पहले हुए सभी वादे पूरे होंगे. पुतिन ने ब्लैक सी ग्रेन डील के आगे नहीं बढ़ने की जिम्मेदारी पश्चिमी देशों पर थोपी है.
डील में वापसी को लेकर पुतिन ने कई शर्तें रखी हैं, उन्होंने मांग की है कि कि रूस के बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर लगे प्रतिबंधों को खत्म किया जाए ताकि रूस से दुनियाभर में अनाज और फर्टिलाइजर की सप्लाई की जा सके. पुतिन ने रूस को फिर से SWIFT व्यवस्था का हिस्सा बनाए जाने की शर्त भी रखी है. प्रतिबंधों की वजह से रूस को दुनिया के दूसरे देशों के साथ व्यापार में मुश्किल हो रही है और SWIFT व्यवस्था से बाहर होने की वजह से रूस को अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में कठिनाई हो रही है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र की पहल पर ब्लैक सी ग्रेन डील हुई थी, जिसके तहत ब्लैक सी के रास्ते यूक्रेन के अनाज की सप्लाई को नहीं रोकने के लिए रूस राजी हुआ था. जब यह डील नहीं हुई थी तो वैश्विक बाजार में अनाज, खासकर गेहूं की कीमतें आसमान पर पहुंच गईं थी. बाद में जब डील हुई तो गेहूं की कीमतों में गिरावट आई थी. लेकिन अब रूस इस डील से बाहर हो गया है, जिस वजह से ग्लोबल मार्केट में गेहूं की महंगाई फिर से बढ़ने की आशंका है.