कॉमर्शियल स्टार्टअप डंजो में कार्यरत कर्मचारियों को अपनी सैलरी पाने के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा. कंपनी ने कहा है कि जून और जुलाई के लंबित वेतन का भुगतान नवंबर में किया जाएगा. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप लागत में कटौती के लिए विंड टनल रोड स्थित अपने मुख्यालय को खाली करने पर विचार कर रही है. हालांकि इस दफ्तर को नई जगह ट्रांसफर किया जाएगा या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है.
कंपनी नकदी संकट से जूझने के कारण कर्मचारियों की छंटनी भी कर सकती है. इससे कर्मचारी काफी चिंतित हैं. डंजो ने लंबित वेतन को लेकर कर्मचारियों से वादा किया है कि सितंबर के वेतन का भुगतान अक्टूबर के पहले सप्ताह में समय पर किया जाएगा. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक डंजो पेरोल फाइनेंसिंग ऐप वनटैप के माध्यम से अगस्त महीने के लिए वेतन का भुगतान करने जा रहा था. मगर कर्मचारियों ने ऐप डाउनलोड करने और अपने क्रेडेंशियल्स डालने का विरोध किया था, जिसके बाद कंपनी ने कर्मचारियों का विवरण इकट्ठा किया और वनटैप को डेटा भेजा था. बताया जाता है कि कई कर्मचारियों को अगस्त का वेतन नहीं मिला है.
कंपनी नकदी संकट से जूझ रही है. डंजो में रिलायंस रिटेल की हिस्सेदारी 25.8 फीसद है, जबकि गूगल की करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी है. कंपनी ने जनवरी 2022 में रिलायंस रिटेल के नेतृत्व में इक्विटी फंडिंग में 240 मिलियन डॉलर जुटाए थे. डंजो अपने बिजनेस मॉडल को भी पुनर्गठित कर रहा है और अपने 50 प्रतिशत डार्क स्टोर बंद करने पर विचार कर रहा है. कंपनी सुपरमार्केट और अन्य व्यापारियों के साथ डिलीवरी साझेदारी तलाशेगी. इससे पहले, कंपनी ने दिसंबर 2022 के अंत में दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद में अपने 20-30 प्रतिशत डार्क स्टोर बंद कर दिए थे.