सुर्खियों में बने हुए Zomato के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने भले ही अपने स्ट्रेस को जाहिर किया है और ट्विटर पर लिखा है, “ट्रिपल ब्रेकफास्ट का ऑर्डर किया है.” लेकिन, Zomato का IPO जितनी मजबूती से टिका हुआ है उसे देखते हुए शायद उन्हें तनाव लेने की जरूरत नहीं है.
बुधवार को IPO ओपन होते ही इसका रिटेल हिस्सा महज एक घंटे के भीतर ही सब्सक्राइब हो गया. IPO से पहले एंकर इनवेस्टर्स ने 4,196 करोड़ रुपये के शेयर खरीद लिए थे.
Zomato का IPO इस साल का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू है. ये शुक्रवार तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है. Zomato के IPO का प्राइस बैंड 72-76 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. जबकि इसके शेयरों की फेस वैल्यू 1 रुपये है.
वेंचुरा सिक्योरिटीज के विनीत बोलिंजकर ने मनी9 से बातचीत में कहा, “Zomato में इनवेस्टर्स को मिल रहा मौका पारंपरिक फूड सेगमेंट के उलट है. Zomato फिलहाल 525 शहरों में मौजूद है और इस संख्या में इजाफा ही होगा. अगर हम इसी सेक्टर की दूसरी ग्लोबल कंपनियों की बात करें तो ये शेयर अगले पांच साल में 52-59% की CAGR से ग्रोथ कर सकता है.”
उन्होंने ये भी कहा कि निवेशक मार्केट शेयर, वॉल्यूम और प्राइसिंग के हिसाब से Zomato के रेवेन्यू ग्रोथ का आकलन कर सकते हैं.
कंपनी के रिस्क के बारे में उन्होंने कहा कि Amazon Food (एमेजॉन) कोई बड़ी चिंता नहीं है क्योंकि इस मार्केट में दो कंपनियों के कारोबार करने की गुंजाइश है.