देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर चर्चा करते हैं वित्तीय आजादी के महत्व की. दिव्या दत्ता, आरजे सायमा, कैप्टन जोया और डॉ. शिखा शर्मा ने फाइनेंस से जुड़े अनुभव और महिलाओं के लिए वित्तीय स्वतंत्रता के मायनों पर मनी9 के साथ विचार शेयर किए थे. उन्हें आपके लिए एक जगह लेकर आए हैं हम.
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अभिनेत्री दिव्या दत्ता का कहना है, ‘अपने फाइनेंस को संभालना बेहद जरूरी होता है. बचाया गया पैसा ही असल कमाई होता है. मेरी कई दोस्ते हैं जिनके अपने अलग अकाउंट नहीं हैं. उनके अपने पतियों के साथ जॉइंट अकाउंट हैं. वित्तीय रूप से खुद की अलग पहचान होना बेहद जरूरी है. इसके लिए अलग अकाउंट होना चाहिए. इससे आपका आत्मविश्वास मजबूत रहता है.’
इसी तरह डॉ. शिखा शर्मा का कहना है, ‘मुझे यह समझ आ चुका है कि सपनों को पूरा करने के लिए पैसों को संभालने के मामले में मेरा कॉन्फिडेंट होना अहम है. पता नहीं क्यों लड़कियों को लगता है कि उनके पैसे माता-पिता या किसी बड़े को संभालने चाहिए. महिलाओं के लिए पैसों को समझना आसान है. मैंने जब सेविंग कर के खुद के पैसों से पहला क्लीनिक खोला था, मैंने हरेक चीज खुद संभाली थी. क्लीनिक बनवाने के लिए वेंडरों से बात करने से लेकर प्लंबर तक से खुद डील किया था.’
रेडियो जॉकी सायमा कहती हैं, ‘वित्तीय आजादी के साथ आपकी असल फ्रीडम की शुरुआत होती है. हालांकि, इसका यह मतलब नहीं होता कि आप पैसे का रौब झाड़ने लगें. घर के काम में भी आपको बराबरी की हिस्सेदारी रखनी है.’
कैप्टन जोया का कहना है, ‘मेरा हमेशा से मानना रहा है कि आपके पास जितना भी हो, कमाई जरूर करें. आपको नहीं पता, कब कैसी जरूरत पड़े.’