म्यूचुअल फंड्स (mutual funds) को अक्सर स्टॉक्स की बजाय निवेश का एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड्स (mutual funds) पोर्टफोलियो तैयार करने के लिए इनवेस्टर्स को पहले अपने लक्ष्य और जोखिम लेने की क्षमता का आकलन कर लेना चाहिए. म्यूचुअल फंड्स पोर्टफोलियो तैयार करने में प्लानिंग और उपलब्ध विकल्पों के बारे में समझ पैदा करने की जरूरत होती है.
मनी9 हेल्पलाइन में मॉर्निंगस्टार के डायरेक्टर – मैनेजर रिसर्च कौस्तुभ बेलापुरकर ने म्यूचुअल फंड इनवेस्टमेंट से संबंधित कॉलर्स के सवालों के जवाब दिए.
यहां कुछ ऐसे ही सवाल दिए जा रहे हैंः
क्या मैं बच्चों की पढ़ाई और अपने रिटायरमेंट के लिए बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) में पैसा लगा सकता हूं?
विकास गुप्ता
BAF हाइब्रिड फंड का एक प्रकार है जो कि इक्विटी और डेट दोनों में एक साथ निवेश करता है. इन फंड्स का एलोकेशन मार्केट के आकलन पर टिका होता है. अगर मार्केट की वैल्यूएशन ऊपर होती है तो इक्विटी में एलोकेशन धीरे-धीरे कम हो जाता है. मार्च 2020 में जब मार्केट्स नीचे थे तो फंड्स का एलोकेशन बढ़ गया था.
ऐसे में BAF मूल रूप में मार्केट के हिसाब से चलते हैं. ये समझना भी जरूरी है कि BAF हर चीज का जवाब नहीं है. दूसरे इनवेस्टमेंट टूल्स के साथ ये भी आपके पोर्टफोलियो का हिस्सा होना चाहिए.
वैल्यू फंड और फोकस्ड फंड के बीच क्या अंतर है? लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट के लिए क्या बेहतर है?
शशिकुमार प्रजापति
वैल्यू स्टॉक्स को सेबी ने तैयार किया था. इसमें कैटेगरी मैनेजर का फोकस वैल्यू स्टॉक्स के चुनाव पर होता है. वैल्यू स्टॉक्स फंडामेंटल आधार पर अच्छे होते हैं और सस्ते होते हैं. इन स्टॉक्स में पैसा लगाने के लिए धैर्य और वक्त की जरूरत होती है. फोकस फंड्स अलग होते हैं. फंड मैनेजर एक कॉन्सनट्रेटेड पोर्टफोलियो तैयार करता है जिसमें ग्रोथ स्टॉक्स या वैल्यू स्टॉक्स हो सकते हैं.