वसीयत, नामांकन और ESG फंड्स पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

नामांकन, ईएसजी फंड और सोने के निवेश पर दीपक जैन, कौस्तुभ बेलापुरकर और नवनीत दमानी ने विशेषज्ञों ने महत्‍वपूर्ण बातें साझा की.


Nomination: “यदि आपके पास नामांकन (Nomination) नहीं है, तो दो स्थितियां हो सकती हैं, ए) आपके पास वसीयत है और बी) आपके पास वसीयत नहीं है. सबसे खराब स्थिति यह होगी कि न तो आपके पास वसीयत है और न ही आपके पास नामांकन है. ऐसे में आपको कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे. आपको संभावित कानूनी उत्तराधिकारियों और उनके दावे की एक सूची बनानी होगी. इसमें बहुत समय लगेगा और यह एक बोझिल प्रक्रिया होगी. अगर नॉमिनेशन नहीं है और वसीयत है तो भी प्रक्रिया अलग है. इसलिए हम सलाह देंगे कि इस तरह की मुश्किलों से बचने के लिए किसी को नॉमिनेट करना चाहिए.

मॉर्निंगस्टार इंडिया के कौस्तुभ बेलापुरकर के मुताबिक “ईएसजी, जिसमें ई पर्यावरण के लिए, सामाजिक के लिए एस और शासन के लिए जी स्‍टैंड करता है. यह कंपनियों के मुनाफे के बजाय कंपनियों के संचालन के तरीके पर निर्भर करता है.

ईएसजी योजनाएं उन कंपनियों के शेयरों की तलाश करती हैं जो पर्यावरण, सामाजिक और कॉर्पोरेट प्रशासन के सिद्धांतों का पालन करती हैं.

Published - September 6, 2021, 12:41 IST