हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever – HUL) हाल में मार्केट कैपिटलाइजेशन (market cap) के मामले में पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. इससे ऊपर रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, HDFC बैंक और इंफोसिस हैं. FMCG कंपनी के शेयरों में बीते 10 साल में कई गुना बढ़त देखने को मिली है. क्या मौजूदा स्तर पर HUL में निवेश करना चाहिए? आगे चलकर स्टॉक्स को किन फैक्टर्स से बढ़ावा मिल सकता है, इसपर Money9 के Get Rich शो में साक्षी बत्रा और राहुल ओबेरॉय ने चर्चा की.
HUL की कई तरह के सेक्टरों में मौजूदगी है. यह हॉर्लिक्स से लेकर डव, लक्स, वैसलीन, लैक्मे जैसे प्रॉडक्ट्स बनाती है. कंपनी का लक्ष्य अगले एक दशक में दहाई अंकों वाली EPS ग्रोथ दर्ज करना है.
हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever – HUL) हाल में मार्केट कैपिटलाइजेशन (market cap) के मामले में पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. इससे ऊपर रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, HDFC बैंक और इंफोसिस हैं. FMCG कंपनी के शेयरों में बीते 10 साल में कई गुना बढ़त देखने को मिली है. क्या मौजूदा स्तर पर HUL में निवेश करना चाहिए? आगे चलकर स्टॉक्स को किन फैक्टर्स से बढ़ावा मिल सकता है, इसपर Money9 के Get Rich शो में साक्षी बत्रा और राहुल ओबेरॉय ने चर्चा की.
HUL की कई तरह के सेक्टरों में मौजूदगी है. यह हॉर्लिक्स से लेकर डव, लक्स, वैसलीन, लैक्मे जैसे प्रॉडक्ट्स बनाती है. कंपनी का लक्ष्य अगले एक दशक में दहाई अंकों वाली EPS ग्रोथ दर्ज करना है.