गुरुवार को एशियाई बाजारों की तर्ज पर ही भारतीय शेयर बाजार भी मजबूती के साथ खुले. सेंसेक्स 60,000 के करीब पहुंच गया और निफ्टी करीब 1 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहा था. टाइटन में 8 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी गई है. ब्रॉडर मार्केट में बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप भी 1-1% चढ़कर कारोबार कर रहे थे. आनंद राठी के ओशो कृषन ने मनी9 के साथ बातचीत में मौजूदा मार्केट में निवेशकों के लिए रणनीति पर चर्चा की.
उन्होंने कहा, “निफ्टी उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है, लेकिन अभी भी गिरावट पर खरीदारी की जा सकती है. 17800 पहला अवरोध है और इसके बाद 18000 अगला रजिस्टेंस जोन होगा. एक बार बैंक निफ्टी के 38000 के ऊपर जाने के बाद हमें इस इंडेक्स में और तेजी दिखाई दे सकती है.”
अर्निंग्स सीजन से पहले कृष्णन का मानना है कि IT सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन इसमें उतार-चढ़ाव से इनकार नहीं किया जा सकता. वे कहते हैं कि इसके बावजूद गिरावट के वक्त अच्छे IT स्टॉक खरीदे जा सकते हैं.
गुरुवार को एशियाई बाजारों की तर्ज पर ही भारतीय शेयर बाजार भी मजबूती के साथ खुले. सेंसेक्स 60,000 के करीब पहुंच गया और निफ्टी करीब 1 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रहा था. टाइटन में 8 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी गई है. ब्रॉडर मार्केट में बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप भी 1-1% चढ़कर कारोबार कर रहे थे. आनंद राठी के ओशो कृषन ने मनी9 के साथ बातचीत में मौजूदा मार्केट में निवेशकों के लिए रणनीति पर चर्चा की.
उन्होंने कहा, “निफ्टी उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है, लेकिन अभी भी गिरावट पर खरीदारी की जा सकती है. 17800 पहला अवरोध है और इसके बाद 18000 अगला रजिस्टेंस जोन होगा. एक बार बैंक निफ्टी के 38000 के ऊपर जाने के बाद हमें इस इंडेक्स में और तेजी दिखाई दे सकती है.”
अर्निंग्स सीजन से पहले कृष्णन का मानना है कि IT सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन इसमें उतार-चढ़ाव से इनकार नहीं किया जा सकता. वे कहते हैं कि इसके बावजूद गिरावट के वक्त अच्छे IT स्टॉक खरीदे जा सकते हैं.