महामारी के झटके से वापसी की उम्मीदें अब गांव पर आ टिकी हैं. कंपनियां उम्मीद बांधे बैठी हैं कि मांग का पहिया अब गांव में रहने वाले 80 करोड़ उपभोक्ताओं