किसी आईपीओ में आवेदन के लिए क्या ग्रे मार्केट प्रीमियम को महत्व देना सही है? या इसके सब्सक्रिप्शन के डेटा को देना चाहिए अहमियत?
मंगलवार शाम रूस-यूक्रेन के बीच हुई शांति वार्ता में समझौता होने की उम्मीद बढ़ने से भारत समेत दुनियाभर के बाजारों में बड़ी राहत दिखी.
शुरुआती एक घंटे में निफ्टी में 100 से ज्यादा, सेंसेक्स में करीब 400 और बैंक निफ्टी में करीब 300 अंकों की गिरावट रही.
कुछ ही मिनटों में सारी बढ़त गवाने के बाद 17,200 के स्तर पर मंदड़ियों और तेजड़ियों में जमकर रस्साकसी हुई.
खराब ग्लोबल संकेतों के बावजूद आज भारतीय बाजारों की शुरुआत हल्की मजबूती के साथ हुई. लेकिन ऊपरी स्तरों पर बिकवाली से शुरआती एक घंटे में भारी उठा-पटक रही
ब्रेंट क्रूड में करीब दो साल में सबसे बड़ी गिरावट से भारतीय बाजारों में दमदार रिलीफ रैली दिखी. शुरुआती एक घंटे में निफ्टी करीब 350, सेंसेक्स 1250 और
रूस-यूक्रेन युद्ध 13वें दिन जारी रहने से भारतीय बाजारों की कमजोरी के साथ शुरुआत हुई.
कैश मार्केट और डेरिवेटिव्स यानी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए कुछ सिक्योरिटीज पर बैन लगाया जाता है. इसका क्या है गणित?
सरकार इस साल करीब 16 लाख करोड़ का कर्ज लेगी जिसमें से करीब 11 लाख करोड़ बाजार से बॉण्ड के जरिए जुटाए जाएंगे. बस इसी ने बिगाड़ दिया है बाजार का मूड.
शोभा के शेयरों में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इस दौरान बीएसई पर शेयर 10.36 फीसदी उछलकर 52 सप्ताह के उच्च स्तर 976.70 रुपये पर पहुंच गया है.