मौजूदा वक्त में मार्केट में उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है. ऐसे में निवेशकों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं. क्या उन्हें इस वक्त बाजार में पैसा लगाना चाहिए
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपने एम-कैप में 16,479.28 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 11,71,674.52 करोड़ रुपये की गिरावट देखी गई.
सेंसेक्स 66.23 अंक या 0.13% 52,586.84 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 15.40 अंक या 0.10% नीचे 15,763.05 पर बंद हुआ.
कंपनी ने प्रति शेयर 880-900 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. इससे पहले, आईपीओ 28 जुलाई को खुलने के कुछ घंटों के भीतर पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया था.
अब भी स्टॉक में और संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि अगले 6-12 महीनों में तत्व चिंतन पर 2800 रुपये की खरीदारी की जा सकती है.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 12 शेयर हरे निशान पर और 18 शेयर लाल निशान पर ट्रेड करते दिखाई दिए.
सबसे अधिक गिरावट मारुति में 2.32 फीसद, पावरग्रिड में 2.07 फीसद, बजाज-ऑटो में 1.63 फीसद और आईटीसी में 1.48 फीसद फीसद दर्ज हुई.
निफ्टी के शेयरों में सबसे अधिक बढ़त हिंडाल्को में 10.17 फीसद दर्ज हुई.
शंकर शर्मा बताते हैं कि उन्हें घरेलू इक्विटी बाजार में रसायन, सीमेंट, स्टील, फार्मास्यूटिकल्स और प्रौद्योगिकी सेक्टर पसंद हैं.
गुरुवार को BSE सेंसेक्स 52,600 के आसपास मंडरा रहा था, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 15,750 को पार कर 0.4% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था.