शेयर बाजार में बुधवार को लगातार तीसरे दिन तेजी देखने को मिल रही है. बाजार में तेजी से निवेशक खुश हैं.
राकेश झुनझुनवाला की इन्वेस्टमेंट फिलॉसफी को ही दुनिया का आखिरी सत्य मानने वाले सुधीर भाई अभी भी हौसला बनाए हुए हैं.
वायदा बाजार की मंथली एक्सपायरी के दिन शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद तेजड़ियों ने बाजार की कमान संभाल ली.
निफ्टी सेंसेक्स अभी मंदी की गिरावट में नहीं आपको पोर्टफोलियो के स्टॉक भले हो सकते हैं. दरअसल, शेयरों में गिरावट के पीछे कोई एक वजह नहीं हैं.
जिस तरह से Share Market एक्सचेंजों पर कंपनियां लिस्ट होती हैं, उसी तरह से उन्हें डीलिस्ट भी किया जाता है.
डीलिस्टिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर को स्टॉक एक्सचेंजों से हटाया जाता है.
ग्लोबल मार्केट्स से खराब संकेतों के चलते आज भारतीय बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुले.
खबर देखकर शेयर बेचने और खरीदने की गलती बहुत से लोग करते हैं. निवेश करने से पहले हमें खबर की समझ होना चाहिए. कैसे समझें खबरों का असर,
अक्सर लोग IPO में अलॉटमेंट नहीं मिलने की शिकायत करते हैं. लेकिन एक और तरीका है पैसे बनाने का जिसे बायबैक कहते हैं. कंपनियां जब शेयर वापस खरीदती हैं
शेयर खरीदते समय केवल P/E रेश्यो ही नहीं एक तिमाही के वाल्यूम पर भी रखनी चाहिए नजर.